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ICC में पहुँची भारत-पाक खिलाड़ियों की तकरार: BCCI ने की शिकायत

कोलंबो/दुबई। एशिया कप के बहुप्रतीक्षित भारत और पाकिस्तान मुकाबले के बाद मैदान पर शुरू हुई तकरार अब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) तक पहुँच गई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पाकिस्तान के दो खिलाड़ियों—तेज गेंदबाज हारिस रऊफ और सलामी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान—के खिलाफ ‘भड़काऊ जश्न’ (Provocative Celebrations) और खेल भावना के उल्लंघन को लेकर ICC के मैच रेफरी से आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई है। वहीं, पलटवार करते हुए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने भी भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव पर खेल भावना का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।

 

BCCI की शिकायत: भड़काऊ जश्न पर आपत्ति

 

BCCI ने अपनी शिकायत में विशेष रूप से दो घटनाओं का उल्लेख किया है, जो मैच के दौरान भारतीय बल्लेबाजों के आउट होने पर हुईं:

  1. हारिस रऊफ का ‘प्लेन क्रैश’ इशारा: तेज गेंदबाज हारिस रऊफ ने एक भारतीय बल्लेबाज को आउट करने के बाद ‘प्लेन क्रैश’ (Plane Crash) या ‘प्लेन गिराने’ जैसा इशारा किया था। BCCI का मानना है कि यह इशारा बेहद भड़काऊ था और खिलाड़ियों के बीच अनावश्यक रूप से शत्रुता पैदा करता है।
  2. साहिबजादा फरहान का ‘गन सेलिब्रेशन’: सलामी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान को एक कैच लेने के बाद ‘गन सेलिब्रेशन’ (Gun Celebration) करते देखा गया। BCCI ने इस तरह के हिंसक और आक्रामक हावभाव पर गहरी आपत्ति जताई है, खासकर ऐसे समय में जब क्रिकेट को शांति और सौहार्द का प्रतीक माना जाता है।

BCCI का रुख स्पष्ट है कि इस तरह के इशारे ICC की आचार संहिता (Code of Conduct) के विपरीत हैं और इन्हें रोकने के लिए जुर्माना या चेतावनी जैसी दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए।

 

PCB का पलटवार: सूर्यकुमार यादव पर आरोप

 

BCCI की शिकायत के जवाब में, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) भी पीछे नहीं हटा। PCB ने भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के खिलाफ ‘खेल भावना के उल्लंघन’ का आरोप लगाते हुए एक जवाबी शिकायत दर्ज कराई है।

PCB की शिकायत का मुख्य आधार सूर्यकुमार यादव की बल्लेबाजी के दौरान हुई एक घटना है। PCB का दावा है कि एक पाकिस्तानी फील्डर द्वारा एक कैच स्पष्ट रूप से लपक लिया गया था, लेकिन कप्तान यादव ने अंपायर के निर्णय की प्रतीक्षा किए बिना, जानबूझकर पवेलियन वापस लौटने से इनकार कर दिया, जब तक कि थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दे दिया। PCB ने इसे समय बर्बाद करने और अंपायर के निर्णय के प्रति अनादर दिखाने वाला व्यवहार करार दिया है।

 

ICC के सामने चुनौती

 

अब यह मामला ICC के पाले में है, जहाँ मैच रेफरी दोनों बोर्डों द्वारा प्रस्तुत किए गए वीडियो साक्ष्यों और लिखित शिकायतों की गहन समीक्षा करेंगे। ICC आचार संहिता के तहत, खिलाड़ियों के ऐसे व्यवहार के लिए जुर्माना या डिमेरिट अंक लगाए जा सकते हैं, जो खेल की प्रतिष्ठा को धूमिल करते हों या विपक्षियों को उकसाते हों।

इस विवाद ने दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण क्रिकेट संबंधों को और अधिक पेचीदा बना दिया है। क्रिकेट प्रशंसक और विशेषज्ञ अब ICC के फैसले का इंतजार कर रहे हैं कि क्या खिलाड़ियों पर कोई कार्रवाई होती है, या यह मामला सिर्फ एक चेतावनी के साथ समाप्त हो जाता है। यह घटना दर्शाती है कि भारत-पाक क्रिकेट मुकाबले में मैदान की गर्मी अब प्रशासनिक हॉल तक पहुँच चुकी है।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️