
युवा भारतीय क्रिकेट में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, और इसका ताजा उदाहरण विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरेल हैं। जुरेल ने दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ के खिलाफ चल रहे अनऑफिशियल टेस्ट मैच में असाधारण फॉर्म दिखाते हुए लगातार दूसरा नाबाद शतक (Second Consecutive Unbeaten Century) जड़कर चयनकर्ताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया है। उनका यह प्रदर्शन ऐसे समय में आया है जब टीम इंडिया के मुख्य विकेटकीपर ऋषभ पंत चोटों से जूझ रहे हैं, जिसने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए जुरेल के चयन की अटकलों को तेज कर दिया है।
असाधारण फॉर्म का प्रदर्शन
ध्रुव जुरेल ने इस अनऑफिशियल टेस्ट सीरीज में अपनी बल्लेबाजी की परिपक्वता और तकनीक का शानदार प्रदर्शन किया है।
- पहली पारी में धमाल: उन्होंने पहली पारी में बेहतरीन खेल दिखाते हुए 185 रन की शानदार पारी खेली थी। यह पारी न केवल बड़ी थी, बल्कि मुश्किल परिस्थितियों में खेली गई थी, जिसने उनकी दबाव झेलने की क्षमता को दर्शाया।
- दूसरी पारी में शतक: अपनी पहली पारी की लय को जारी रखते हुए, उन्होंने दूसरी पारी में भी बेहतरीन बल्लेबाजी की और एक और नाबाद शतक पूरा किया। लगातार दो पारियों में शतक बनाना, खासकर उपमहाद्वीप से बाहर, जुरेल की जबरदस्त फॉर्म और आत्मविश्वास को दर्शाता है।
उनकी बल्लेबाजी में डिफेंस और अटैक का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिला है, जो उन्हें लंबे प्रारूप के लिए एक आदर्श विकेटकीपर-बल्लेबाज बनाता है।
पंत की चोट और जुरेल का मौका
जुरेल का यह तूफानी प्रदर्शन ऐसे समय में आया है जब टीम इंडिया के मुख्य विकेटकीपर ऋषभ पंत अनऑफिशियल टेस्ट के दौरान लगी चोटों (हेलमेट, कलाई और पसली) से जूझ रहे हैं। उनकी चोट की गंभीरता को देखते हुए, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज में उनकी उपलब्धता पर बड़ा संकट मंडरा रहा है।
अगर मेडिकल टीम ऋषभ पंत को टेस्ट सीरीज के लिए फिट घोषित नहीं करती है, तो भारतीय टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं के सामने ध्रुव जुरेल एक मजबूत विकल्प के रूप में सामने खड़े हैं। उनका लगातार शतक जड़ना सिर्फ एक संयोग नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए तैयार हैं।
भविष्य के लिए मजबूत दावेदार
जुरेल का शानदार फॉर्म उन्हें अन्य विकेटकीपर विकल्पों जैसे ईशान किशन और केएस भरत से भी आगे निकलने में मदद कर सकता है।
- ईशान किशन अपने आक्रामक टी20/वनडे अंदाज के लिए जाने जाते हैं, लेकिन जुरेल ने टेस्ट प्रारूप के लिए आवश्यक धैर्य और तकनीक दिखाई है।
- केएस भरत को हाल ही में कुछ मौके मिले हैं, लेकिन बल्ले से वह कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं।
जुरेल ने बल्ले के साथ-साथ विकेटकीपिंग में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। उनका यह हरफनमौला प्रदर्शन उन्हें दक्षिण अफ्रीका के मुश्किल दौरे के लिए टीम की प्लेइंग इलेवन में शामिल करने की अटकलों को हवा दे रहा है। अगर उन्हें मौका मिलता है, तो यह उनके करियर का एक बड़ा मोड़ साबित होगा और यह दिखाएगा कि भारतीय क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा कितनी तीव्र है।