
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दो मैचों की रोमांचक टेस्ट सीरीज का दूसरा और निर्णायक मुकाबला 22 नवंबर, 2025 को गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में शुरू हो गया है। सीरीज में रोमांच अपने चरम पर है, क्योंकि पहला टेस्ट जीतकर भारत ने 1-0 की बढ़त बना ली है। इस निर्णायक मैच में, भारतीय टीम कई बड़े बदलावों और एक नए कप्तान के साथ मैदान पर उतरी है।
🤕 बड़ा झटका: शुभमन गिल बाहर, ऋषभ पंत बने कप्तान
मैच से ठीक पहले भारतीय टीम को एक बड़ा झटका लगा है। टीम के सलामी बल्लेबाज और मुख्य खिलाड़ियों में से एक शुभमन गिल चोट के कारण इस महत्वपूर्ण टेस्ट मैच से बाहर हो गए हैं। उनकी अनुपस्थिति ने टीम प्रबंधन को न केवल बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करने पर मजबूर किया, बल्कि एक नए कप्तान की तलाश भी करनी पड़ी।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस चुनौती को देखते हुए, विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को टीम की कमान सौंपी है। पंत, जो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और मैदान पर ऊर्जा के लिए जाने जाते हैं, पहली बार टेस्ट क्रिकेट में भारत का नेतृत्व कर रहे हैं। यह उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ है और यह देखना दिलचस्प होगा कि वह कप्तानी के दबाव में कैसा प्रदर्शन करते हैं।
🌟 प्लेइंग इलेवन में दो बड़े बदलाव: साई सुदर्शन और नीतीश रेड्डी का आगमन
शुभमन गिल के बाहर होने से टीम की प्लेइंग इलेवन में दो महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं।
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साई सुदर्शन का डेब्यू: चोटिल शुभमन गिल के स्थान पर युवा और प्रतिभाशाली बल्लेबाज साई सुदर्शन को टीम में शामिल किया गया है। सुदर्शन को उनकी शानदार घरेलू और सीमित ओवरों के क्रिकेट में लगातार अच्छे प्रदर्शन का ईनाम मिला है। यह उनका टेस्ट डेब्यू है, और सभी की निगाहें उन पर होंगी कि वह सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी को कैसे संभालते हैं।
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नीतीश रेड्डी को मौका: ऑलराउंडर अक्षर पटेल की जगह टीम में एक और युवा खिलाड़ी नीतीश रेड्डी को जगह दी गई है। नीतीश रेड्डी अपनी तेज-गेंदबाजी और उपयोगी बल्लेबाजी से टीम के संतुलन को मजबूत करने की क्षमता रखते हैं।
भारतीय टीम की नई प्लेइंग इलेवन अब कप्तान ऋषभ पंत के नेतृत्व में मैदान पर उतरी है, जिसमें युवाओं का जोश और अनुभवी खिलाड़ियों का मार्गदर्शन शामिल है।
🪙 टॉस का निर्णय: दक्षिण अफ्रीका ने चुना बल्लेबाजी
इस निर्णायक मुकाबले में, दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। आमतौर पर, गुवाहाटी की पिच शुरुआती घंटों में तेज गेंदबाजों को मदद करती है, लेकिन बावुमा ने शायद यह फैसला इसलिए लिया है ताकि वे पहले बल्लेबाजी करके एक बड़ा स्कोर खड़ा कर सकें और चौथी पारी में भारत पर दबाव बना सकें।
दक्षिण अफ्रीका की टीम भी अपनी पिछली हार को भुलाकर सीरीज बराबर करने के इरादे से मैदान पर उतरी है। दोनों ही टीमों के लिए यह मुकाबला ‘करो या मरो’ की स्थिति वाला है, जो क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक रोमांचक मैच की गारंटी देता है।