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🏏 बल्ले से ‘पृथ्वी-राज’: 141 गेंदों पर तूफानी दोहरा शतक जड़कर पृथ्वी शॉ ने टीम इंडिया में वापसी का दावा ठोका

पुणे, महाराष्ट्र। (28 अक्टूबर, 2025)

भारतीय क्रिकेट के युवा और प्रतिभाशाली बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने घरेलू क्रिकेट में एक बार फिर अपनी विस्फोटक प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सत्र में, महाराष्ट्र की ओर से खेलते हुए, शॉ ने चंडीगढ़ के खिलाफ एक ऐसी पारी खेली है, जिसने क्रिकेट जगत में तूफान ला दिया है। उन्होंने मात्र 141 गेंदों का सामना करते हुए दोहरा शतक (Double Century) जड़ दिया, जो टूर्नामेंट के इतिहास के सबसे तेज दोहरे शतकों में से एक है।

 

विस्फोटक पारी का लेखा-जोखा

 

यह पारी सिर्फ रनों की संख्या के लिए नहीं, बल्कि उसकी गति और आक्रामकता के लिए भी यादगार बन गई है। शॉ ने अपनी पारी में जरा भी नरमी नहीं दिखाई और शुरू से ही विपक्षी गेंदबाजों पर हावी रहे।

  • विस्फोटक आक्रामकता: शॉ की इस पारी में 29 चौके और 5 गगनचुंबी छक्के शामिल थे, जो उनकी ‘सहवाग-शैली’ के आक्रामक खेल को दर्शाते हैं। उन्होंने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए और तेजी से रन बटोरने पर ध्यान केंद्रित किया।
  • तेज गति का रिकॉर्ड: केवल 141 गेंदों में दोहरा शतक पूरा करना बताता है कि वह पूरी तरह से लय में थे और अपनी पिछली फॉर्म को पीछे छोड़ चुके थे। फरवरी 2024 में मुंबई के लिए आखिरी शतक लगाने के बाद, फॉर्म और फिटनेस के चलते वह काफी समय तक शांत रहे थे।

करीब 20 महीने बाद शॉ के बल्ले से निकली यह तूफानी पारी उनके शानदार कमबैक को दर्शाती है।

 

टीम इंडिया में वापसी की उम्मीदें

 

पृथ्वी शॉ को अक्सर भारतीय टीम के लिए एक होनहार सलामी बल्लेबाज माना जाता रहा है। हालाँकि, खराब फॉर्म, फिटनेस के मुद्दे और अनुशासन संबंधी कुछ चुनौतियों के कारण वह कुछ समय से राष्ट्रीय टीम से बाहर चल रहे थे।

क्रिकेट पंडितों और पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि शॉ के इस तूफानी प्रदर्शन ने भारतीय चयनकर्ताओं को एक बार फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है। टीम इंडिया को एक ऐसे सलामी बल्लेबाज की तलाश हमेशा रहती है, जो पावरप्ले में तेजी से रन बनाकर टीम को मजबूत शुरुआत दे सके, और शॉ इस भूमिका के लिए पूरी तरह से फिट बैठते हैं।

विशेषज्ञों की राय: क्रिकेट समीक्षकों का कहना है कि अगर शॉ लगातार ऐसे प्रदर्शन करते रहते हैं और अपनी फिटनेस पर ध्यान देते हैं, तो वह जल्द ही सीमित ओवरों के क्रिकेट (टी20 और वनडे) में वापसी कर सकते हैं। यह पारी न सिर्फ उनके आत्मविश्वास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भी साबित करती है कि उनके पास आज भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने की क्षमता है।

शॉ ने यह दिखा दिया है कि उनमें बड़े शतक लगाने और मैच को अकेले दम पर पलटने की क्षमता है। अब यह देखना होगा कि यह धमाकेदार प्रदर्शन उनके लिए टीम इंडिया के दरवाजे कब और किस फॉर्मेट में खोलता है।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️