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🏆 भारत की ब्लाइंड महिला क्रिकेट टीम ने रचा इतिहास: T20 विश्व कप जीतकर बनीं विश्व चैंपियन

भारतीय खेल जगत के लिए 24 नवंबर 2025 का दिन एक अविस्मरणीय और गौरवपूर्ण अध्याय लेकर आया। भारतीय ब्लाइंड महिला क्रिकेट टीम ने कोलंबो (श्रीलंका) में आयोजित पहले T20 विश्व कप का खिताब जीतकर देश का नाम रोशन किया। यह जीत न केवल एक खेल उपलब्धि है, बल्कि अदम्य साहस, दृढ़ संकल्प और असाधारण प्रतिभा का भी प्रतीक है।


कोलंबो में ऐतिहासिक फाइनल

 

टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में भारत का सामना चिर-प्रतिद्वंद्वी नेपाल से हुआ। यह मैच रोमांचक होने की उम्मीद थी, लेकिन भारतीय टीम ने अपने शानदार प्रदर्शन से नेपाल को कोई मौका नहीं दिया।

नेपाल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित ओवरों में चुनौतीपूर्ण लक्ष्य खड़ा करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय गेंदबाजों की सटीक लाइन और लेंथ ने उन्हें खुलकर खेलने नहीं दिया। नेपाल की टीम ने भारत के सामने 114 रनों का सम्मानजनक लक्ष्य रखा।


लक्ष्य का सफल पीछा: फूला सारेन का तूफानी प्रदर्शन

 

115 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय ब्लाइंड महिला टीम ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। टीम ने शुरू से ही तेज गति से रन बनाए और विरोधी टीम पर दबाव बनाए रखा।

जीत की सबसे बड़ी हीरो रहीं फूला सारेन। उन्होंने एक शानदार और आक्रामक पारी खेलते हुए 44 रन बनाए। उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी ने टीम की जीत की नींव रखी और रन रेट को हमेशा नियंत्रण में रखा।

भारतीय टीम ने यह लक्ष्य केवल 12.1 ओवरों में हासिल कर लिया, जिससे यह साबित हुआ कि वे गति और दबाव को संभालने में कितनी सक्षम हैं। भारत ने यह ऐतिहासिक फाइनल मुकाबला सात विकेट के बड़े अंतर से जीता, जिससे दुनिया को उनकी खेल प्रतिभा का परिचय मिला।


पूरे टूर्नामेंट में अजेय यात्रा

 

यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि टीम इंडिया ने इस पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए अपनी श्रेष्ठता साबित की। लीग मैचों से लेकर सेमीफाइनल और फिर फाइनल तक, भारतीय महिला खिलाड़ियों ने हर प्रतिद्वंद्वी को पछाड़ते हुए ट्रॉफी पर कब्जा किया।

टीम की सफलता केवल बल्लेबाजी पर निर्भर नहीं थी, बल्कि उनकी फील्डिंग और गेंदबाजी भी शीर्ष स्तर की थी। खिलाड़ियों के बीच शानदार तालमेल, त्वरित प्रतिक्रिया और बेहतरीन कोचिंग का परिणाम इस ऐतिहासिक विश्व कप जीत के रूप में सामने आया है।


प्रेरणा का स्रोत

 

ब्लाइंड महिला क्रिकेट टीम की यह जीत उन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो शारीरिक चुनौतियों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं। इन खिलाड़ियों ने साबित कर दिया है कि दृष्टि की कमी उनके इरादों और क्षमताओं को प्रभावित नहीं कर सकती। यह विजय केवल खेल के मैदान तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक समावेश और समान अवसरों की आवश्यकता पर भी जोर देती है।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और संबंधित खेल संघों से उम्मीद है कि वे इस ऐतिहासिक सफलता के बाद टीम को और अधिक समर्थन और संसाधन प्रदान करेंगे, ताकि ये खिलाड़ी भविष्य में भी देश का नाम इसी तरह रोशन करती रहें।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️