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वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में बड़ा उलटफेर: पाकिस्तान ने मौजूदा चैम्पियन साउथ अफ्रीका को 93 रनों से हराया

लाहौर: पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने घरेलू मैदान पर खेलते हुए क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। हाल ही में समाप्त हुए रोमांचक टेस्ट मैच में, पाकिस्तान ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की मौजूदा विजेता टीम साउथ अफ्रीका को 93 रनों के बड़े अंतर से करारी शिकस्त दी है। लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में खेला गया यह मुकाबला कई उतार-चढ़ावों से भरा रहा, लेकिन अंत में पाकिस्तानी टीम ने अपने शानदार स्पिन अटैक के दम पर जीत दर्ज की।

 

साउथ अफ्रीका की ‘चोकर्स’ छवि कायम

 

इस मैच में एक बार फिर साउथ अफ्रीका की टीम पर ‘चोकर्स’ (महत्वपूर्ण मौकों पर दबाव में बिखरने वाली टीम) का ठप्पा लग गया। मैच की शुरुआत में मजबूत पकड़ बनाने के बावजूद, टीम चौथी पारी में लक्ष्य का पीछा करते हुए पूरी तरह से बिखर गई। पाकिस्तानी स्पिन गेंदबाजों—खासकर अनुभवी नोमान अली—के सामने साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज बेबस नजर आए। पिच से मिल रही मदद का पूरा फायदा उठाते हुए, स्पिनरों ने नियमित अंतराल पर विकेट चटकाए और मेहमान टीम को निर्धारित लक्ष्य से काफी पहले ही ढेर कर दिया।

मैच के बाद, पाकिस्तानी कप्तान ने अपनी टीम की सराहना की और विशेष रूप से स्पिनरों के प्रदर्शन को जीत का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि यह जीत टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और यह घरेलू मैदान पर उनके बढ़ते आत्मविश्वास को दर्शाती है।

 

WTC अंक तालिका में बड़ा फेरबदल

 

पाकिस्तान की यह जीत न केवल टेस्ट सीरीज में उन्हें 1-0 की बढ़त दिलाती है, बल्कि इसके वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की अंक तालिका पर भी दूरगामी परिणाम हुए हैं। यह अप्रत्याशित परिणाम WTC के अगले चक्र में एक बड़ा उलटफेर है।

  • साउथ अफ्रीका को तगड़ा झटका: WTC की मौजूदा चैम्पियन साउथ अफ्रीका को इस हार से बड़ा नुकसान हुआ है। उनके जीत प्रतिशत (Percentage of Points – PCT) में भारी गिरावट आई है। यह हार उनके अगले WTC फाइनल में पहुंचने की राह को मुश्किल बना सकती है।
  • पाकिस्तान को फायदा: वहीं, पाकिस्तान को इस जीत से महत्वपूर्ण WTC अंक मिले हैं, जिससे उनका जीत प्रतिशत बढ़ा है और वे अंक तालिका में ऊपर की ओर बढ़ गए हैं। पाकिस्तान ने अपनी दावेदारी को मजबूत करते हुए शीर्ष स्थानों पर काबिज होने की उम्मीदें जगाई हैं।

यह परिणाम यह साबित करता है कि WTC का नया चक्र कितना प्रतिस्पर्धी होने वाला है। शीर्ष टीमों के खिलाफ मिली जीत या हार, फाइनल की दौड़ को नाटकीय रूप से प्रभावित कर सकती है। साउथ अफ्रीका को अब अपनी वापसी की रणनीति पर काम करना होगा, जबकि पाकिस्तान इस लय को आगे के मैचों में भी बनाए रखना चाहेगा। इस टेस्ट मैच ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि भारतीय उपमहाद्वीप की धीमी और स्पिन-सहायक पिचों पर खेलने की चुनौती हमेशा विदेशी टीमों के लिए बड़ी बनी रहेगी।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️