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मीराबाई चानू ने वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में रचा इतिहास, भारत के लिए जीता शानदार सिल्वर मेडल 🏋️‍♀️

भारत की दिग्गज भारोत्तोलक (वेटलिफ्टर) सैखोम मीराबाई चानू ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का गौरव बढ़ाया है। वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में उन्होंने अपनी शानदार प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया है। उनकी यह उपलब्धि न सिर्फ भारतीय खेल प्रेमियों के लिए खुशी का बड़ा मौका है, बल्कि यह चानू की अथक मेहनत, दृढ़ संकल्प और खेल के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक है।

शानदार प्रदर्शन और रिकॉर्ड

मीराबाई चानू ने महिला 49 किलोग्राम वर्ग में यह ऐतिहासिक पदक जीता। इस चैंपियनशिप में दुनिया भर के शीर्ष भारोत्तोलकों ने हिस्सा लिया था, लेकिन चानू ने अपनी क्षमता और एकाग्रता से सबको प्रभावित किया। प्रतियोगिता के दौरान, उन्होंने स्नैच और क्लीन एंड जर्क दोनों श्रेणियों में बेहतरीन लिफ्ट्स किए।

  • स्नैच: इस श्रेणी में चानू ने अपने पहले प्रयास में ही मजबूत शुरुआत की और सफलतापूर्वक भार उठाया।
  • क्लीन एंड जर्क: यह मीराबाई चानू का मजबूत पक्ष माना जाता है। उन्होंने यहाँ अपनी पूरी ताकत झोंक दी और कुल मिलाकर दमदार प्रदर्शन किया।

उनके द्वारा उठाए गए कुल भार ने उन्हें पोडियम पर दूसरा स्थान दिलाया, जो उनकी फिटनेस और फॉर्म को दर्शाता है। उनका यह प्रदर्शन इसलिए भी खास है क्योंकि यह चैंपियनशिप ओलंपिक क्वालिफिकेशन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण थी।

ओलंपिक की ओर मजबूत कदम

मीराबाई चानू का यह सिल्वर मेडल आगामी ओलंपिक और अन्य प्रमुख अंतरराष्ट्रीय इवेंट्स के लिए उनकी तैयारी को एक मजबूत आधार देता है। वर्ल्ड चैंपियनशिप में शीर्ष प्रदर्शन करना दर्शाता है कि वह बड़े दबाव वाले माहौल में भी अपने खेल के शिखर पर पहुँचने में सक्षम हैं। उनका यह पदक, आने वाले बड़े खेल आयोजनों में भारत की पदक उम्मीदों को और भी मजबूत करता है। खेल विश्लेषकों का मानना है कि चानू अब पूरी तरह से लय में हैं और ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की प्रबल दावेदार बनी हुई हैं।

देशभर में जश्न का माहौल

जैसे ही मीराबाई चानू के सिल्वर मेडल जीतने की खबर आई, पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री, खेल मंत्री और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित खेल जगत की हस्तियों ने उन्हें बधाई दी। सोशल मीडिया पर #MirabaiChanu ट्रेंड करने लगा और प्रशंसकों ने उन्हें ‘भारत की शान’ बताया। यह जीत लाखों युवा एथलीटों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए जो भारोत्तोलन जैसे चुनौतीपूर्ण खेल में अपना करियर बनाना चाहती हैं।

मणिपुर की रहने वाली चानू ने विपरीत परिस्थितियों और चोटों से जूझते हुए यह सफलता हासिल की है। उनका यह संघर्ष और फिर शीर्ष पर पहुँचना, उनकी अविश्वसनीय मानसिक शक्ति को दर्शाता है। उनका यह पदक देश को एक बार फिर गर्व महसूस करने का अवसर देता है और यह साबित करता है कि कड़ी मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। चानू ने साबित कर दिया कि वह ‘स्टार वेटलिफ्टर’ क्यों कहलाती हैं।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️