
सिडनी (ऑस्ट्रेलिया)। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही तीन मैचों की वनडे इंटरनेशनल सीरीज में भारतीय टीम के लिए परिणाम निराशाजनक रहा है, जहां टीम इंडिया पहले ही शुरुआती दो मुकाबले हारकर सीरीज 0-2 से गंवा चुकी है। लेकिन इस हार से ज्यादा चिंता का विषय बने हैं टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली, जो लगातार दो पारियों में बिना कोई रन बनाए (डबल डक) शून्य पर आउट हुए हैं। कोहली के इस अप्रत्याशित प्रदर्शन ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है और उनके फॉर्म पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं।
कोहली का ‘डबल डक’: बढ़ती चिंता
विराट कोहली, जिन्हें ‘वनडे क्रिकेट का बादशाह’ कहा जाता है, का लगातार दो मैचों में शून्य पर आउट होना न केवल टीम के लिए बल्कि उनके लाखों प्रशंसकों के लिए भी चौंकाने वाला है। पहले वनडे में वह जिस तरह से आउट हुए, उसने उनकी खराब फॉर्म की अटकलों को हवा दी, और दूसरे मैच में भी उनके ‘डक’ पर आउट होने के बाद, सोशल मीडिया पर कुछ फैंस और आलोचकों ने उनके संन्यास तक की चर्चा छेड़ दी। यह प्रदर्शन एक ऐसे महान बल्लेबाज के लिए असामान्य है, जिनका औसत और रिकॉर्ड हमेशा अविश्वसनीय रहा है।
सुनील गावस्कर ने दिया चौंकाने वाला बयान
कोहली के आलोचकों के बीच, पूर्व भारतीय कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने हस्तक्षेप किया और अटकलों को खारिज करने की कोशिश की। कोहली के संन्यास की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए, गावस्कर ने इसे पूरी तरह से ‘गलत और निराधार’ बताया।
गावस्कर ने अपने बयान में कहा:
“लगातार दो ‘जीरो’ (डक) के बाद किसी महान खिलाड़ी के करियर को आंकना सरासर गलत है। विराट कोहली मानसिक रूप से दुनिया के सबसे मजबूत खिलाड़ियों में से एक हैं। वह इस तरह की विफलताओं से जल्द उबरेंगे। दो विफलताओं का मतलब यह नहीं है कि उन्हें संन्यास ले लेना चाहिए। वह जल्द ही धमाकेदार वापसी करेंगे।”
गावस्कर ने यह भी जोर दिया कि खराब फॉर्म हर क्रिकेटर के करियर का हिस्सा होता है, और कोहली जैसे खिलाड़ी ऐसी चुनौतियों से मजबूत बनकर निकलते हैं।
तीसरा वनडे: साख बचाने की चुनौती
सीरीज़ का तीसरा और आखिरी वनडे अब भारत के लिए केवल साख बचाने की चुनौती रह गया है। नियमित कप्तान रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में, युवा बल्लेबाज शुभमन गिल टीम की कमान संभाल रहे हैं, और वह अपनी पहली कप्तानी सीरीज गंवा चुके हैं। सिडनी में होने वाले अंतिम मुकाबले में, टीम इंडिया न केवल जीत दर्ज करके खुद को क्लीन स्वीप होने से बचाना चाहेगी, बल्कि सभी की निगाहें विराट कोहली पर भी होंगी। फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि कोहली ‘डबल डक’ के दबाव को पीछे छोड़कर एक बड़ी और निर्णायक पारी खेलेंगे।
यह सीरीज़ भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक कड़वा अनुभव रही है, लेकिन अंतिम मैच में जीत से टीम विश्व कप से पहले कुछ सकारात्मक गति हासिल करने की उम्मीद करेगी।