
कोलंबो, श्रीलंका। भारतीय क्रिकेट टीम के चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव ने एशिया कप के मंच पर एक और ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर कुलदीप, एशिया कप के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। इस प्रक्रिया में उन्होंने साथी अनुभवी स्पिनर रवींद्र जडेजा और श्रीलंका के महान गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया है।
रिकॉर्ड-ब्रेकिंग प्रदर्शन
कुलदीप यादव ने यह रिकॉर्ड बांग्लादेश के खिलाफ सुपर-4 मुकाबले के दौरान बनाया, जहाँ उन्होंने अपनी फिरकी से विरोधी टीम की बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया। इस मैच में कुलदीप ने अपने कोटे के ओवरों में मात्र 22 रन खर्च करते हुए तीन महत्वपूर्ण विकेट झटके।
इस प्रदर्शन के साथ ही, कुलदीप ने एशिया कप (वनडे और टी20 फॉर्मेट को मिलाकर) में अपने विकेटों की कुल संख्या को 30 के पार पहुँचा दिया। इस मुकाम पर पहुँचकर उन्होंने रवींद्र जडेजा (29 विकेट) को पीछे छोड़ दिया और एशिया कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए। एशिया कप के इतिहास में, वह अब केवल श्रीलंका के लसिथ मलिंगा और पाकिस्तान के सईद अजमल जैसे गेंदबाजों से ही पीछे हैं। मुरलीधरन को पीछे छोड़ना उनकी उपलब्धि को और भी खास बनाता है।
चाइनामैन का बढ़ता कद और महत्व
कुलदीप यादव की यह उपलब्धि उनकी पुनरागमन (Comeback) कहानी और टीम इंडिया में उनके बढ़ते महत्व को दर्शाती है। कुछ समय पहले उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने अपनी गेंदबाजी में सुधार किया, खासकर अपनी गति और विविधता पर काम किया, जिसके परिणामस्वरूप वह अब टीम के लिए एक मैच-विनर बन गए हैं।
एशिया कप में उनका प्रदर्शन न केवल बांग्लादेश के खिलाफ शानदार रहा है, बल्कि उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ भी महत्वपूर्ण स्पैल डाला था। उनकी खासियत यह है कि वह खेल के किसी भी चरण में, खासकर बीच के ओवरों (Middle Overs) में विकेट लेने की क्षमता रखते हैं।
भविष्य की रणनीति का हिस्सा
कुलदीप का यह रिकॉर्ड आगामी आईसीसी टी20 विश्व कप और अन्य बड़े टूर्नामेंटों के लिए भारतीय टीम प्रबंधन को आश्वस्त करता है। उनकी फॉर्म दिखाती है कि भारतीय स्पिन आक्रमण, जिसमें कुलदीप और जडेजा/वरुण चक्रवर्ती जैसे गेंदबाज शामिल हैं, दुनिया के किसी भी बल्लेबाजी क्रम को चुनौती देने में सक्षम है।
इस रिकॉर्ड के साथ, कुलदीप यादव ने भारतीय स्पिन गेंदबाजी विरासत में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिखवा लिया है। फैंस और पूर्व क्रिकेटर्स उनकी इस शानदार फॉर्म की सराहना कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि वह फाइनल में भी ऐसा ही जादुई प्रदर्शन दोहराकर भारत को एशिया कप का खिताब दिलाएंगे।