
नई दिल्ली। आधुनिक जीवनशैली और संचार की चुनौतियों के बीच, अपने संबंधों में तनाव (Relationship Stress) को कम करने के लिए विशेषज्ञ सहायता लेने का चलन तेजी से बढ़ा है। नवीनतम शोध और डेटा इस बात की पुष्टि करते हैं कि युगल चिकित्सा (Couples Therapy) या रिलेशनशिप थेरेपी की सफलता दर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो औसतन 70% तक सकारात्मक परिणाम दे रही है। यह आंकड़ा उन जोड़ों के लिए एक बड़ी उम्मीद है जो अपने रिश्ते को बेहतर बनाना चाहते हैं।
सफलता दर बढ़ने के मुख्य कारण
थेरेपी की सफलता में इस उछाल के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण और आधुनिक तकनीकें जिम्मेदार हैं, जिन्होंने चिकित्सा के दृष्टिकोण और उसकी पहुँच को बदल दिया है:
1. इमोशनली फोकस्ड थेरेपी (EFT) का प्रभाव
सफलता दर में वृद्धि का एक प्रमुख कारण इमोशनली फोकस्ड थेरेपी (EFT) जैसी प्रमाण-आधारित तकनीकों (Evidence-Based Techniques) का व्यापक उपयोग है।
- EFT का लक्ष्य: EFT मुख्य रूप से जोड़े के बीच के भावनात्मक बंधन (Emotional Bond) पर ध्यान केंद्रित करती है। इसका उद्देश्य यह समझना और बदलना है कि जब भी संघर्ष होता है तो दोनों साथी एक-दूसरे के साथ भावनात्मक रूप से कैसे जुड़ते हैं।
- सुरक्षित लगाव: यह तकनीक भागीदारों को एक-दूसरे के साथ एक सुरक्षित और स्नेहपूर्ण लगाव (Secure and Affectionate Attachment) विकसित करने में मदद करती है, जिससे वे अपनी जरूरतों और चिंताओं को बिना डर के व्यक्त कर पाते हैं।
- परिणाम: इस गहन और केंद्रित दृष्टिकोण के कारण, जोड़े न केवल अपने वर्तमान मुद्दों को हल कर पाते हैं, बल्कि भविष्य के संघर्षों को भी अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में सक्षम होते हैं।
2. ऑनलाइन थेरेपी की बढ़ती पहुँच
तकनीक ने थेरेपी को केवल प्रभावी ही नहीं, बल्कि सुलभ (Accessible) भी बना दिया है। ऑनलाइन युगल थेरेपी की उपलब्धता ने दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले या व्यस्त कार्यक्रम वाले जोड़ों के लिए विशेषज्ञ सहायता प्राप्त करना आसान बना दिया है।
- सुलभता: भौगोलिक बाधाएं अब समाप्त हो गई हैं। काम के कारण अलग-अलग शहरों में रहने वाले जोड़े भी अब नियमित रूप से सत्र ले सकते हैं।
- सत्र पूरे होने की दर: ऑनलाइन माध्यम के कारण सत्रों में उपस्थिति और थेरेपी पूरी होने की दर (Session Completion Rate) में वृद्धि हुई है, क्योंकि आवागमन में लगने वाले समय और लागत की बचत होती है।
विशेषज्ञों की महत्वपूर्ण सलाह
सफलता दर में वृद्धि को देखते हुए, संबंध विशेषज्ञ अब जोड़ों को एक महत्वपूर्ण सलाह दे रहे हैं:
“समस्याओं के गंभीर होने से पहले ही थेरेपी लें।”
विशेषज्ञों का कहना है कि जब रिश्ते में नकारात्मक पैटर्न (Negative Patterns) गहरे नहीं हुए होते हैं, तब युगल चिकित्सा अधिक प्रभावी होती है। शुरुआती चरण में हस्तक्षेप करने से समस्या को जड़ से ठीक करना और रिश्ते को टूटने से बचाना आसान हो जाता है। थेरेपी को समस्या-निवारण (Problem-Solving) के बजाय रिश्ते को मजबूत करने (Relationship Strengthening) के उपकरण के रूप में देखना चाहिए।
यह वृद्धि भारतीय संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है, जहां मानसिक स्वास्थ्य और संबंध परामर्श को लेकर सामाजिक हिचकिचाहट धीरे-धीरे कम हो रही है।