
श्रीगंगानगर, 11 नवंबर 2025: राजस्थान सरकार में कृषि एवं ग्रामीण विकास मामलों के मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने श्रीगंगानगर जिले में चल रहे नकली खाद और बीज बनाने के बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए अचानक कई गोदामों पर औचक छापेमारी की। यह कार्रवाई किसानों से मिली लगातार शिकायतों और कृषि क्षेत्र में धोखाधड़ी की गंभीर जानकारी के बाद की गई।
औचक निरीक्षण और मौके पर चौंकाने वाले खुलासे
मंत्री डॉ. मीणा अपनी टीम के साथ सोमवार देर रात श्रीगंगानगर शहर और आस-पास के इलाकों में स्थित उन गोदामों पर पहुंचे, जहाँ बीज और खाद की पैकिंग का काम चलता था। निरीक्षण के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
- केमिकल से बीज चमकाना: मंत्री ने बताया कि गोदामों में किसानों को धोखा देने के लिए घटिया और पुराने बीजों को आकर्षक बनाने का काम चल रहा था। इन बीजों को चमकदार बनाने के लिए खतरनाक और हानिकारक केमिकलों का इस्तेमाल किया जा रहा था।
- किसानों से ठगी: इस प्रक्रिया के बाद, इन नकली और केमिकल युक्त बीजों को महंगे दामों पर असली और उच्च गुणवत्ता वाले बीजों के नाम पर भोली-भाली किसानों को बेचा जा रहा था। किसान, अच्छी फसल की उम्मीद में इन्हें खरीदकर अपनी खेतों में डालते थे, जिससे अक्सर उन्हें फसल खराब होने या कम उपज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
- नकली पैकिंग और ब्रांडिंग: छापेमारी में यह भी पता चला कि गोदामों में बड़े और प्रतिष्ठित कृषि कंपनियों के नाम से मिलती-जुलती नकली पैकिंग सामग्री और बोरियां तैयार की जा रही थीं। इससे नकली माल को असली के रूप में बाजार में बेचना आसान हो जाता था।
मंत्री का सख्त रुख और कार्रवाई का आश्वासन
इस गोरखधंधे को देखकर मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मौके पर ही सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ यह धोखा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसानों को उनकी मेहनत का फल नहीं मिल पाता है और उनकी आजीविका को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचाया जाता है।
डॉ. मीणा ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि:
“यह किसानों की जिंदगी से खिलवाड़ है। जो लोग मुनाफे के लालच में हमारे अन्नदाताओं को ठग रहे हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। हमने मौके से कई सैंपल जब्त किए हैं, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा। दोषी पाए जाने वाले गोदाम मालिकों और व्यापारियों के खिलाफ कड़े कानूनी प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी और उनकी संपत्तियों की भी जांच की जाएगी।”
प्रशासनिक और किसानों में प्रतिक्रिया
इस बड़ी कार्रवाई से कृषि विभाग और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया है। सरकार ने सभी जिलाधिकारियों और कृषि अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने और इस तरह के अवैध कार्यों को तुरंत रोकने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, श्रीगंगानगर के किसान संगठनों ने मंत्री की इस पहल का स्वागत किया है। उन्होंने मांग की है कि जांच को उच्च स्तर पर ले जाया जाए ताकि इस रैकेट के पीछे छिपे बड़े नामों को भी उजागर किया जा सके और किसानों को न्याय मिल सके। यह छापेमारी राजस्थान सरकार की किसानों के हितों की रक्षा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।