
श्री गंगानगर, राजस्थान। (28 अक्टूबर, 2025)
राजस्थान में किसानों के हितों की रक्षा और कृषि क्षेत्र में धोखाधड़ी रोकने के उद्देश्य से, राज्य के वरिष्ठ मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने श्री गंगानगर जिले में नकली खाद और बीज के अवैध कारोबार पर बड़ा प्रहार किया है। मंत्री मीणा ने गोपनीय सूचना के आधार पर, जिले के विभिन्न स्थानों पर स्थित बीज बनाने वाले और भंडारण करने वाले गोदामों पर अचानक छापेमारी (Raid) की, जिससे इस अवैध धंधे में शामिल लोगों में हड़कंप मच गया।
छापेमारी का उद्देश्य और खुलासा
मंत्री डॉ. मीणा लंबे समय से किसानों की शिकायतें सुन रहे थे कि बाजार में बिक रहे कुछ बीज न केवल महंगे हैं, बल्कि उनकी गुणवत्ता भी खराब है, जिससे फसल की पैदावार प्रभावित हो रही है। इसी क्रम में, उन्होंने श्री गंगानगर में खुद मोर्चा संभाला।
छापेमारी के दौरान, मंत्री मीणा और उनकी टीम ने कई गोदामों पर अनियमितताएं पाईं। उन्होंने मीडिया को बताया कि यह काला कारोबार किस तरह से भोले-भाले किसानों को ठग रहा है। मंत्री के अनुसार:
“हमने पाया कि कुछ बीज कंपनियां और व्यापारी निम्न गुणवत्ता वाले या पुराने बीजों को चमकदार बनाने के लिए केमिकल का उपयोग कर रहे हैं। बीज को केमिकल से पॉलिश किया जाता है, जिससे वह देखने में आकर्षक लगता है। किसान उस चमक से आकर्षित होकर, उच्च गुणवत्ता का बीज समझकर उसे महंगे दाम पर खरीद लेता है और अपने खेतों में डालता है।”
मीणा ने आगे कहा कि इस तरह के नकली बीजों से किसानों को भारी नुकसान होता है। फसल या तो उम्मीद के मुताबिक नहीं होती, या फिर फसल में बीमारियां लग जाती हैं, जिससे किसान आर्थिक रूप से बर्बाद हो जाता है।
बड़े नेटवर्क के संकेत
छापेमारी के दौरान, गोदामों से बड़ी मात्रा में संदिग्ध बीज, रसायन और पैकिंग सामग्री जब्त की गई है। जब्त किए गए नमूनों को तुरंत गुणवत्ता जांच (Quality Testing) के लिए प्रयोगशालाओं में भेजा गया है। मंत्री मीणा ने संकेत दिया है कि यह कारोबार केवल कुछ स्थानीय व्यापारियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक अंतर-राज्यीय नेटवर्क हो सकता है जो राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के किसानों को निशाना बना रहा है।
पुलिस और कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस मामले में शामिल सभी बड़े-छोटे खिलाड़ियों की पहचान करें और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करें। यह भी जांच की जा रही है कि इस अवैध धंधे में कहीं सरकारी अधिकारियों या कर्मचारियों की संलिप्तता तो नहीं है।
किसानों में राहत और कार्रवाई की मांग
मंत्री की इस कार्रवाई से श्री गंगानगर के किसानों में राहत की भावना है। किसान संगठनों ने इस पहल का स्वागत किया है और मांग की है कि ऐसे धोखेबाजों के खिलाफ न केवल आर्थिक दंड लगाया जाए, बल्कि उन्हें कड़ी सजा भी दी जाए ताकि भविष्य में कोई किसान के जीवन से खिलवाड़ न कर सके।
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी यह मुहिम जारी रहेगी और वे सुनिश्चित करेंगे कि किसानों को केवल गुणवत्तापूर्ण बीज और खाद ही मिलें।