
हाल ही में लुधियाना में पकड़े गए एक आतंकी रामलाल से जुड़े हथियार सप्लाई नेटवर्क के तार श्रीगंगानगर तक फैल गए हैं। यह खुलासा तब हुआ जब श्रीगंगानगर कोतवाली पुलिस ने राकेश उर्फ रॉकी नेहरा नामक एक व्यक्ति को अवैध पिस्टल और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया और उससे सघन पूछताछ की। यह मामला न केवल जिले में अवैध हथियारों की तस्करी, बल्कि राज्य से ऑपरेट हो रहे एक बड़े आतंकी नेटवर्क की ओर संकेत करता है, जो सीमा पार (Cross-Border) से नियंत्रित हो रहा है।
रॉकी नेहरा और आतंकी रामलाल का कनेक्शन
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार रॉकी नेहरा ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। नेहरा ने स्वीकार किया कि वह हथियार सप्लाई की इस अवैध श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण कड़ी था। उसने बताया कि उसके पास जो दो पिस्टल आई थीं, वे उसने अपने एक परिचित अमित को दी थीं। जांच में सामने आया कि यह अमित, लुधियाना में पकड़े गए आतंकी रामलाल का मौसेरा भाई है।
अमित ने रॉकी से हथियार लेकर उन्हें सीधे रामलाल तक पहुंचाया। इस खुलासे ने पुलिस और खुफिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया है, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब श्रीगंगानगर जैसे सीमावर्ती जिले का नाम ऐसे गंभीर अंतर्राज्यीय (Inter-State) और आतंकी गतिविधियों से जुड़ा हो। यह दर्शाता है कि यह क्षेत्र अवैध हथियारों के परिवहन के लिए एक ट्रांजिट पॉइंट (Transit Point) के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
पाकिस्तानी हैंडलर की भूमिका
मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, इसमें सीमा पार से नियंत्रण की परतें खुल रही हैं। यह सामने आया है कि लुधियाना में गिरफ्तार किया गया आतंकी रामलाल, सीधे एक पाकिस्तानी हैंडलर जसवीर सिंह उर्फ चौधरी के संपर्क में था। यह हैंडलर पाकिस्तान से इस पूरे ऑपरेशन को नियंत्रित कर रहा था।
जांच अधिकारियों के अनुसार, रामलाल को इस नेटवर्क में सक्रिय भूमिका निभाने और हथियार आगे पहुंचाने के लिए पैसों का लालच दिया गया था। यह तथ्य इस बात पर प्रकाश डालता है कि किस तरह से सीमा पार बैठे तत्व, भारत के युवाओं को लालच देकर उन्हें देश विरोधी गतिविधियों और अवैध हथियार सप्लाई रैकेट में धकेल रहे हैं। रामलाल के पकड़े जाने के बाद, यह आशंका जताई जा रही है कि वह इस हैंडलर के निर्देश पर आगे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
गहन जांच और पुलिस रिमांड
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, कोतवाली पुलिस ने राकेश उर्फ रॉकी नेहरा को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। रिमांड का मुख्य उद्देश्य रॉकी से अवैध हथियारों की उत्पत्ति (Source), वह किस रास्ते से श्रीगंगानगर पहुंचे, और इस नेटवर्क में शामिल अन्य सहयोगियों के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाना है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या रॉकी नेहरा पहले भी इस तरह की सप्लाई में शामिल रहा है और क्या यह आतंकी नेटवर्क किसी अन्य राष्ट्र-विरोधी गतिविधि की योजना बना रहा था।
सुरक्षा एजेंसियां अब अमित और रामलाल के बीच हुए वित्तीय लेन-देन और संचार के माध्यमों की गहराई से जांच कर रही हैं ताकि इस नेटवर्क की रीढ़ को तोड़ा जा सके और भविष्य में ऐसे किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके। श्रीगंगानगर पुलिस का यह खुलासा जिले की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती है।