
श्रीगंगानगर शहर के जाने-माने भाजपा नेता और प्रमुख कारोबारी अशोक चांडक से 30 करोड़ रुपये की विशाल रकम की रंगदारी मांगने और उन्हें जान से मारने की धमकी देने के सनसनीखेज मामले में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता मिली है। इस हाई-प्रोफाइल मामले में कोतवाली पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य साजिशकर्ताओं के सहयोगी को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपी और उसकी भूमिका
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान राहुल कुमार नाई के रूप में हुई है, जो हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांव गोद का निवासी है। पुलिस के अनुसार, राहुल कुमार नाई इस पूरे आपराधिक षड्यंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, जिसने रंगदारी की योजना को अंजाम देने में सक्रिय भूमिका निभाई।
आरोपी राहुल पर लगे मुख्य आरोप निम्नलिखित हैं:
कारोबारी के आवास की रैकी: राहुल कुमार नाई पर आरोप है कि उसने कारोबारी अशोक चांडक के आवास और उनके व्यापारिक प्रतिष्ठानों की विस्तृत रैकी की थी। उसने चांडक की दैनिक गतिविधियों, उनके आने-जाने के समय, और उनकी सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई।
गैंगस्टर को सूचना भेजना: रैकी के दौरान जुटाई गई इन सभी गोपनीय सूचनाओं, जिसमें चांडक के घर की तस्वीरें और वीडियो भी शामिल थे, को उसने सीधे कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा तक पहुंचाया था। यह सूचना रंगदारी की धमकी देने और कारोबारी पर दबाव बनाने के लिए आवश्यक थी।
पुलिस का मानना है कि राहुल की रैकी और सूचना हस्तांतरण की भूमिका ही इस धमकी भरे कॉल और रंगदारी मांगने की घटना की बुनियाद बनी।
गैंगस्टर कनेक्शन और आपराधिक रिकॉर्ड
इस पूरे मामले के तार अंतरराज्यीय संगठित अपराध गिरोह से जुड़े हुए हैं। धमकी भरे संदेश सीधे गैंगस्टर रोहित गोदारा के नाम से भेजे गए थे, जो देश के विभिन्न हिस्सों में रंगदारी और अन्य गंभीर अपराधों के लिए जाना जाता है। राहुल कुमार नाई का गोदारा गैंग से सीधा जुड़ाव सामने आया है।
इतना ही नहीं, पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी राहुल कुमार नाई का आपराधिक इतिहास रहा है। उसे पहले भी एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है, जो कि फायरिंग की घटना से संबंधित था। उसका यह पुराना रिकॉर्ड इस बात की पुष्टि करता है कि वह पेशेवर अपराधियों के संपर्क में रहा है और गंभीर अपराधों को अंजाम देने में संकोच नहीं करता।
जांच की दिशा और आगे की कार्रवाई
इस पहली गिरफ्तारी को पुलिस अपनी बड़ी सफलता मान रही है, क्योंकि राहुल कुमार नाई की गिरफ्तारी से पुलिस को इस पूरे रंगदारी नेटवर्क को समझने में मदद मिलेगी। कोतवाली पुलिस अब राहुल कुमार नाई से गहन पूछताछ कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस 30 करोड़ की रंगदारी के पीछे का पूरा मास्टरमाइंड कौन है और इस साजिश में अन्य कौन-कौन से स्थानीय या बाहरी लोग शामिल हैं।
पुलिस की प्राथमिकता अब इस नेटवर्क के अन्य गुर्गों की पहचान करना, उन्हें गिरफ्तार करना और गैंगस्टर रोहित गोदारा तक पहुंचने के लिए ठोस सबूत जुटाना है। श्रीगंगानगर पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया है कि कारोबारी और शहर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे और इस मामले में शामिल सभी अपराधियों को जल्द से जल्द कानून के शिकंजे में लाया जाएगा।