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💧 इंदिरा गांधी नहर में ‘ड्रग्स का बहाव’: पानी के साथ बहकर आया डोडा-पोस्त, ग्रामीण लूटने को दौड़े

श्री गंगानगर जिले से गुजरने वाली इंदिरा गांधी नहर (IGNP) में एक बेहद हैरान कर देने वाला दृश्य सामने आया, जिसने न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि पूरे क्षेत्र को चौंका दिया। नहर के पानी के साथ भारी मात्रा में डोडा-पोस्त (Opium Husk) यानी अफीम के पौधों के सूखे हुए खोल बहकर आए, जिसे देखकर किनारे के ग्रामीण और कुछ असामाजिक तत्व लूटने के लिए दौड़ पड़े

 

अप्रत्याशित घटनाक्रम

 

यह घटना जिले के एक विशेष हिस्से में नहर के किनारे हुई। सुबह के समय जब कुछ ग्रामीण नहर पर थे, तो उन्होंने देखा कि पानी के बहाव में कई बड़े थैले और पोटलियाँ तैर रही हैं। संदेह होने पर जब लोगों ने उन्हें बाहर निकाला, तो पता चला कि उनमें उच्च मात्रा में प्रतिबंधित मादक पदार्थ डोडा-पोस्त भरा हुआ है।

यह खबर जंगल की आग की तरह फैली और देखते ही देखते आसपास के गाँवों से बड़ी संख्या में लोग नहर किनारे जमा हो गए। नशे की लत में लिप्त कुछ लोग और तस्कर इस अवसर का फायदा उठाने के लिए डोडा-पोस्त को लूटने की होड़ में लग गए। स्थिति ऐसी हो गई कि लोग तैरकर और जाल डालकर पानी से डोडा-पोस्त के बंडल निकालने लगे।

 

पुलिस का हस्तक्षेप और स्थिति पर नियंत्रण

 

इस अराजक स्थिति की सूचना तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन को दी गई। मामला मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़ा होने के कारण, पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक बड़ा पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुँचा। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए बल प्रयोग किया और डोडा-पोस्त लूट रहे लोगों को तितर-बितर किया।

पुलिस ने बड़ी मेहनत से पानी से बचे हुए डोडा-पोस्त को बरामद किया। बरामद किए गए मादक पदार्थ की मात्रा काफी अधिक बताई जा रही है, जिसकी कीमत लाखों रुपये में आँकी जा रही है। पुलिस ने मौके से कुछ ऐसे लोगों को भी हिरासत में लिया है जो डोडा-पोस्त लूटने की कोशिश कर रहे थे, ताकि उनसे पूछताछ कर तस्करी के नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटाई जा सके।

 

तस्करी के नेटवर्क पर संदेह

 

यह घटना क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी के खतरनाक तरीकों और अंतरराज्यीय नेटवर्क की ओर स्पष्ट इशारा करती है। श्री गंगानगर पंजाब और हरियाणा की सीमाओं से सटा हुआ है, और इंदिरा गांधी नहर एक महत्वपूर्ण जलमार्ग है। पुलिस का मानना है कि तस्करों ने संभवतः पकड़े जाने के डर से, या तो चेक पोस्ट से बचने के लिए, इस डोडा-पोस्त को नहर में फेंक दिया होगा, ताकि इसे पानी के बहाव के साथ आगे भेजकर निचले इलाकों में फिर से निकाला जा सके।

यह भी आशंका जताई जा रही है कि यह डोडा-पोस्त पंजाब या उससे सटे क्षेत्रों से आया हो, जिसे सिंचाई के पानी की मदद से राजस्थान में तस्करी के लिए भेजा जा रहा था। पुलिस इस बात की गहराई से जाँच कर रही है कि इस खेप का मालिक कौन था और इसे कहाँ पहुँचाया जाना था। यह नहर अब तस्करों के लिए एक नया वॉटर-वे रूट बनती दिख रही है, जिस पर अब कड़ी निगरानी की जरूरत है।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️