
श्री गंगानगर जिले में नशा तस्करी के खिलाफ चल रहे व्यापक अभियान के तहत पुलिस और प्रशासन ने एक बड़ी और ऐतिहासिक कार्रवाई को अंजाम दिया है। यह कार्रवाई जिले के शीर्ष ड्रग पेडलर्स और उनके गिरोहों पर सीधा और कड़ा प्रहार है, जिसके तहत अवैध तरीके से अर्जित की गई 6 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को जब्त किया गया और उसके अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया गया। यह सख्त कदम ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ को सफल बनाने की दिशा में श्री गंगानगर प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कार्रवाई का उद्देश्य और कानूनी आधार
इस विशेष कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य केवल ड्रग्स की आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ना नहीं है, बल्कि उन आर्थिक जड़ों को काटना है, जिनके बल पर ये तस्कर फलते-फूलते हैं। पुलिस ने यह कार्रवाई स्वापक औषधि और मनःप्रभावी पदार्थ अधिनियम (NDPS Act) के तहत की है, जिसमें अवैध रूप से मादक पदार्थों के व्यापार से अर्जित संपत्ति को जब्त करने का प्रावधान है। प्रशासन ने पहले इन तस्करों को नोटिस जारी किया और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए यह सुनिश्चित किया कि उनकी संपत्ति अवैध स्रोतों से बनाई गई है।
कैसे की गई संपत्ति की पहचान?
पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने कई महीनों तक गहन जांच की। इस दौरान, उन्होंने उन नशा तस्करों की संपत्ति का विस्तृत लेखा-जोखा तैयार किया, जिनके पास आय के वैध स्रोतों के मुकाबले कहीं अधिक संपत्ति और लक्ज़री वस्तुएं थीं। जांच में पाया गया कि ये तस्कर नशीले पदार्थों की बिक्री से मिले काले धन का उपयोग करके आलीशान मकान, कृषि भूमि और महंगे वाहन खरीद रहे थे।
जब्त की गई 6 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति में मुख्य रूप से अवैध रूप से निर्मित आवासीय और व्यावसायिक ढाँचे, फार्म हाउस और प्लॉट शामिल थे।
बुलडोजर की कार्रवाई: एक कड़ा संदेश
जब प्रशासनिक टीम बुलडोजर के साथ मौके पर पहुँची, तो पूरे इलाके में गहमागहमी का माहौल बन गया। पुलिस के कड़े पहरे के बीच, अवैध रूप से बनाए गए निर्माणों को ध्वस्त कर दिया गया। बुलडोजर की यह कार्रवाई न केवल अवैध ढाँचों को हटाने का काम थी, बल्कि यह जिले के अन्य नशा तस्करों और संगठित अपराधियों के लिए एक कड़ा और स्पष्ट संदेश भी थी कि अब उनका काला साम्राज्य ढहने वाला है।
जिला पुलिस अधीक्षक ने इस कार्रवाई के बाद स्पष्ट किया कि यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा, “नशा तस्करों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। हम न केवल उन्हें जेल भेजेंगे, बल्कि उनके द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई एक-एक पाई की संपत्ति को भी जब्त करेंगे, ताकि भविष्य में कोई भी युवा पैसे के लालच में इस घिनौने कारोबार में शामिल होने की हिम्मत न करे।”
‘नशा मुक्त भारत अभियान’ को मजबूती
यह बड़ी कार्रवाई केंद्र सरकार के ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ को श्री गंगानगर जिले में एक नई गति प्रदान करती है। गंगानगर, जो पंजाब सीमा से सटा हुआ है, अक्सर मादक पदार्थों की तस्करी के लिए एक संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। ऐसे में, इस तरह की आर्थिक कार्रवाई से नशा तस्करों की कमर टूटेगी और स्थानीय युवाओं को नशे के जाल से बाहर निकालने में मदद मिलेगी।
प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि वे नशा तस्करों के बारे में जानकारी देने में पुलिस का सहयोग करें, जिससे इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म किया जा सके।