
उत्तरी भारत के मौसम में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है, जिसके चलते राजस्थान में कड़ाके की सर्दी (Severe Cold) का दौर पुनः शुरू हो गया है। उत्तरी-पश्चिमी भारत के प्रवेश द्वार माने जाने वाले श्री गंगानगर जिले में, जो राज्य के सबसे ठंडे स्थानों में से एक है, पारा और नीचे जाने की संभावना है।
🌬️ उत्तरी हवाओं का तेज आक्रमण
मौसम विज्ञान केंद्र (IMD) के अनुसार, हिमालयी क्षेत्रों से आ रही बर्फीली उत्तरी हवाओं की गति में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इन ठंडी और शुष्क हवाओं के कारण दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। 14 दिसंबर, 2025 को श्री गंगानगर का न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) लगभग $11^\circ \text{C}$ के आसपास रहने का अनुमान है, जबकि अधिकतम तापमान $24^\circ \text{C}$ तक जा सकता है।
हालांकि, कमजोर पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के प्रभाव से दिन में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है, जिससे रात के तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है, लेकिन तेज हवाओं के कारण ठंड का अहसास (Wind Chill Factor) काफी बढ़ गया है, जिससे लोगों को गलन वाली सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल शीतलहर (Cold Wave) का कोई बड़ा अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन ठंड का असर बरकरार रहेगा।
⚠️ निवासियों और किसानों के लिए अलर्ट
तापमान में इस गिरावट के कारण जिला प्रशासन और मौसम विशेषज्ञों ने श्री गंगानगर के निवासियों और विशेषकर किसानों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी है:
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स्वास्थ्य सुरक्षा: बुजुर्गों, बच्चों और श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को सुबह और देर शाम घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है। पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने और कमरे को गर्म रखने के उपाय करने चाहिए।
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यातायात सुरक्षा: सुबह के समय धुंध या हल्का कोहरा छा सकता है, जिससे दृश्यता (Visibility) कम हो सकती है। वाहन चालकों को धीमी गति से चलने और फॉग लाइट्स का उपयोग करने की हिदायत दी गई है।
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कृषि पर प्रभाव: गंगानगर का क्षेत्र प्रमुख रूप से गेहूं, सरसों और जौ जैसी रबी की फसलों के लिए जाना जाता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे पाले (Frost) से बचाव के लिए अपनी फसलों की हल्की सिंचाई करें, क्योंकि ठंडी हवाएँ और तापमान में अत्यधिक गिरावट फसलों को नुकसान पहुंचा सकती है।
आगामी दिनों में तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव जारी रहेगा, लेकिन उत्तरी राजस्थान में ठंड की तीव्रता बनी रहेगी। यह दौर अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है, जिसके बाद एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर ही मौसम में कोई बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है।