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श्रीगंगानगर सीमा पर नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: 2.50 करोड़ की हेरोइन बरामद

राजस्थान का श्रीगंगानगर जिला भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित होने के कारण अक्सर सीमा पार से होने वाली तस्करी का केंद्र बना रहता है। इस नापाक साजिश को विफल करते हुए, सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने एक बड़ी सफलता हासिल की है, जिसमें 2.50 करोड़ रुपये मूल्य की हेरोइन बरामद की गई है।

 

बरामदगी का विवरण

 

यह कार्रवाई जिले के रावला थाना क्षेत्र या दौलतपुरा के समीपवर्ती संगतपुरा गाँव (अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास) में हुई। यह क्षेत्र ड्रग्स तस्करों के लिए एक संवेदनशील मार्ग रहा है।

  • संयुक्त अभियान: बीएसएफ की खुफिया शाखा और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने खुफिया जानकारी के आधार पर यह सर्च ऑपरेशन चलाया।
  • बरामदगी: तलाशी अभियान के दौरान, किसानों के खेत या सीमा के पास संदिग्ध पैकेट मिला, जिसमें हेरोइन भरी हुई थी।
  • मात्रा और मूल्य: बरामद हेरोइन की मात्रा लगभग 500 ग्राम से 2.7 किलोग्राम के बीच बताई गई है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2.50 करोड़ रुपये आंकी गई है। (हालांकि, सीमा पर अक्सर बड़ी मात्रा में हेरोइन पकड़ी जाती है, जिसमें 2.50 करोड़ की कीमत लगभग 500 ग्राम से 1 किलोग्राम के लिए अनुमानित होती है)।

 

तस्करी का तरीका: ड्रोन कनेक्शन

 

सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि मादक पदार्थों की यह खेप पाकिस्तान की ओर से भेजी गई थी। हाल के दिनों में, तस्करों द्वारा सीमा पार से भारतीय क्षेत्र में ड्रग्स गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल एक आम तरीका बन गया है।

  • रात के अंधेरे का फायदा: तस्कर अक्सर रात के अंधेरे और कोहरे का फायदा उठाकर ड्रोन के जरिए हेरोइन के पैकेट भारतीय सीमा में गिरा देते हैं।
  • लोकल नेटवर्क: इन पैकेटों को उठाने और आगे पंजाब या अन्य राज्यों में सप्लाई करने के लिए स्थानीय स्लीपर सेल या तस्करों का एक नेटवर्क सक्रिय है, जिसके तार कई बार पंजाब के ड्रग माफिया से भी जुड़े पाए गए हैं।

 

सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी

 

इस बरामदगी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सीमा पर तैनात जवान और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं।

  • ऑपरेशन सीमा संकल्प: श्रीगंगानगर पुलिस द्वारा चलाए गए “ऑपरेशन सीमा संकल्प” जैसे अभियानों के तहत नशे के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है।
  • जांच जारी: पुलिस ने इस मामले में तस्करों के नेटवर्क का पता लगाने और स्थानीय संपर्कों की पहचान करने के लिए विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
  • सतर्कता: बीएसएफ की इंटेलिजेंस ब्रांच लगातार सीमावर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ा रही है ताकि तस्करी की किसी भी बड़ी साजिश को नाकाम किया जा सके।

यह कार्रवाई सीमा पार से हो रहे नशीले पदार्थों के अवैध व्यापार पर एक बड़ा प्रहार है और यह नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाती है।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️