🢀
श्रीगंगानगर में बड़ा आदेश: शाम 7 बजे से सूर्योदय तक ‘ब्लैकआउट’ लागू, अगले निर्देश तक नियम जारी

राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले से एक बड़ी और महत्वपूर्ण खबर सामने आई है, जिसने स्थानीय निवासियों के दैनिक जीवन को सीधे तौर पर प्रभावित किया है। जिले में प्रशासनिक या सुरक्षा कारणों से अगले आदेश तक शाम 7 बजे से लेकर अगले दिन सूर्योदय तक ‘ब्लैकआउट’ (पूर्ण अंधेरा) लागू करने का आदेश जारी किया गया है। इसका सीधा अर्थ है कि इस निर्धारित अवधि के दौरान शहर और आस-पास के क्षेत्रों में कृत्रिम प्रकाश (बिजली की रोशनी) का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा, जिसके कारण व्यापक बिजली कटौती होगी।

यह निर्णय जिले की अंतर्राष्ट्रीय सीमा से निकटता और वर्तमान संवेदनशील परिस्थितियों के मद्देनजर लिया गया एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। श्रीगंगानगर जिला पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करता है, और सीमावर्ती क्षेत्रों में अक्सर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाते हैं। ब्लैकआउट का यह आदेश संभवतः सुरक्षा एजेंसियों द्वारा सीमा पार से होने वाली किसी भी तरह की घुसपैठ, तस्करी या संदिग्ध गतिविधियों को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है। रात के समय कृत्रिम प्रकाश की अनुपस्थिति घुसपैठियों की गतिविधियों को बीएसएफ और अन्य सुरक्षा बलों के लिए अधिक मुश्किल बना सकती है।

आदेश के अनुसार, यह ब्लैकआउट तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है और अगले किसी भी प्रशासनिक निर्देश तक सख्ती से जारी रहेगा। इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान, आवासीय क्षेत्र, सरकारी कार्यालय और सार्वजनिक स्थानों पर बिजली का उपयोग बंद रहेगा। स्थानीय बिजली विभाग को इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।

इस अचानक और लंबे ब्लैकआउट के कारण स्थानीय निवासियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शाम 7 बजे के बाद से ही पूरे शहर में अंधेरा छा जाता है, जिससे जनजीवन थम सा गया है।

  1. व्यापारिक गतिविधियाँ प्रभावित: बाजार और दुकानें जो देर शाम तक खुली रहती थीं, उन्हें समय से पहले बंद करना पड़ रहा है, जिससे व्यापारियों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
  2. दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त: रात के समय आवश्यक कार्य निपटाने वाले लोग प्रभावित हो रहे हैं। बच्चों की पढ़ाई और रात की शिफ्ट में काम करने वाले लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं।
  3. सुरक्षा चिंताएं: हालांकि यह आदेश सुरक्षा के लिए है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में पूर्ण अंधेरा होने से चोरी और अन्य छोटी-मोटी आपराधिक घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है, जिसके लिए पुलिस को गश्त बढ़ानी होगी।

स्थानीय प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे सुरक्षा की दृष्टि से उठाए गए इस कदम में सहयोग करें और किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। लोगों को रात के समय अपने घरों में वैकल्पिक प्रकाश स्रोतों (जैसे इमरजेंसी लाइट, इन्वर्टर या मोमबत्ती) का उपयोग करने की सलाह दी गई है। यह आदेश कब तक लागू रहेगा, इस संबंध में कोई निश्चित समय सीमा नहीं दी गई है, जिससे लोगों में अनिश्चितता बनी हुई है। प्रशासन का कहना है कि स्थिति सामान्य होते ही ब्लैकआउट हटा लिया जाएगा। इस बीच, सुरक्षा एजेंसियां सीमा पर अपनी निगरानी और पेट्रोलिंग बढ़ा रही हैं।


©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️