
श्री गंगानगर, राजस्थान। (दिनांक: 25 सितंबर 2025)
राजस्थान के सीमावर्ती जिले श्री गंगानगर में भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास एक 7 फीट लंबा संदिग्ध ड्रोन बरामद होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। यह घटना सीमापार से घुसपैठ और तस्करी के प्रयासों के बीच एक बड़ी सुरक्षा चिंता के रूप में सामने आई है।
घटना और ड्रोन का विवरण
यह संदिग्ध ड्रोन श्री गंगानगर जिले के सीमावर्ती गाँव के पास एक खेत या खुले मैदान में पाया गया। स्थानीय ग्रामीणों या सीमा सुरक्षा बल (BSF) के गश्ती दल द्वारा इसकी जानकारी मिलने के तुरंत बाद, बीएसएफ और राजस्थान पुलिस की टीमें मौके पर पहुँचीं।
बरामद किए गए ड्रोन का आकार असामान्य रूप से बड़ा (लगभग 7 फीट लंबा) बताया जा रहा है। इसका बड़ा आकार इस बात की ओर इशारा करता है कि इसका उपयोग केवल निगरानी के लिए नहीं, बल्कि भारी पेलोड, जैसे मादक पदार्थ (हेरोइन) या हथियारों को गिराने के लिए किया गया होगा। सुरक्षा एजेंसियों ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि ड्रोन में कोई पेलोड जुड़ा हुआ था या नहीं।
सुरक्षा एजेंसियों की त्वरित प्रतिक्रिया
ड्रोन मिलने की सूचना मिलते ही पूरे सीमावर्ती क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। जिला पुलिस अधीक्षक (SP) और बीएसएफ के उच्च अधिकारियों ने तुरंत घटना स्थल का दौरा किया।
- ड्रोन जब्त: ड्रोन को सुरक्षित रूप से जब्त कर लिया गया है और आगे की फोरेंसिक और तकनीकी जाँच के लिए विशेष लैब में भेजा गया है।
- जाँच के बिंदु: जाँच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि ड्रोन किस देश का है, इसे किस जीपीएस रूट पर उड़ाया गया था, इसका नियंत्रण कक्ष (Control Station) कहाँ था, और यह किस प्रकार की सामग्री गिराने के लिए इस्तेमाल किया गया था।
- तलाशी अभियान: पूरे सीमावर्ती इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है ताकि ड्रोन द्वारा गिराई गई किसी भी संदिग्ध वस्तु, जैसे ड्रग्स या हथियार के पैकेट, को बरामद किया जा सके।
- खुफिया जानकारी: खुफिया एजेंसियां (Intelligence Agencies) स्थानीय इनपुट और सीमापार से जुड़ी जानकारी को खंगाल रही हैं ताकि किसी भी तस्कर या घुसपैठिए गिरोह की पहचान की जा सके।
बढ़ती सीमापार चुनौती
यह घटना सीमापार से ड्रोन के माध्यम से तस्करी की बढ़ती चुनौती को रेखांकित करती है। पाकिस्तान स्थित तस्कर और राष्ट्र विरोधी तत्व अब पारंपरिक घुसपैठ के बजाय, सुरक्षाकर्मियों की निगाह से बचने के लिए बड़े, उन्नत ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। श्री गंगानगर का सीमावर्ती क्षेत्र नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए एक संवेदनशील मार्ग रहा है, और इस बड़े ड्रोन की बरामदगी ने सीमा सुरक्षा तंत्र को और मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया है।
सुरक्षा एजेंसियां अब इस ड्रोन की तकनीक को डीकोड कर इसके ऑपरेटिंग नेटवर्क तक पहुंचने का प्रयास कर रही हैं। क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है।