
श्रीगंगानगर: जिले में विदेश भेजने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले एक शातिर आरोपी को 40 महीने बाद गिरफ्तार किया गया है। आरोपी वीसा के नकली लेटर बनाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाता था और फरार चल रहा था। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए लगातार कोशिशें जारी रखीं और आखिरकार उसे धर दबोचा।
फर्जीवाड़े का तरीका:
पुलिस के मुताबिक, आरोपी लंबे समय से इस तरह के फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहा था। वह लोगों को विदेश में अच्छी नौकरी और बेहतर जीवन का लालच देकर उनसे संपर्क करता था। विश्वास जीतने के बाद वह उनसे लाखों रुपए की मोटी रकम ऐंठ लेता था। इसके बाद, आरोपी उन्हें कनाडा, अमेरिका या अन्य देशों के नकली वीसा और नियुक्ति पत्र बनाकर दे देता था। जब पीड़ित एयरपोर्ट पर जाते थे तो उन्हें पता चलता था कि उनके दस्तावेज फर्जी हैं और उनके साथ ठगी हुई है।
पुलिस की कार्रवाई:
इस मामले में कई पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन आरोपी लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था। साइबर सेल और पुलिस की टीमों ने तकनीकी और मानवीय खुफिया जानकारी का उपयोग करते हुए आरोपी की तलाश जारी रखी। 40 महीने की लंबी मशक्कत के बाद, पुलिस को आरोपी के बारे में पुख्ता जानकारी मिली और एक विशेष अभियान चलाकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आगे की जांच:
पुलिस ने आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी है और उससे जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं और उन्होंने अब तक कितने लोगों से ठगी की है। पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि वे इस तरह के फर्जी एजेंटों से सावधान रहें और किसी भी तरह की धोखाधड़ी का शिकार होने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें। इस गिरफ्तारी से पुलिस को उम्मीद है कि इस तरह के अपराधों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।