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ऑपरेशन क्लीन स्वीप: श्रीगंगानगर में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के ठिकानों पर पुलिस की बड़ी रेड, अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने की तैयारी

राजस्थान पुलिस ने संगठित अपराध और गैंगस्टर गतिविधियों के खिलाफ अपनी मुहिम तेज कर दी है। इसी क्रम में, कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके सहयोगी गिरोहों के खिलाफ एक बड़ा और समन्वित अभियान शुरू किया गया है। श्रीगंगानगर जिले में, जो पंजाब और हरियाणा की सीमा से सटा हुआ है और अक्सर अंतर-राज्यीय आपराधिक गतिविधियों का केंद्र बन जाता है, पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े कई संभावित ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे।

संगठित अपराध पर प्रहार

लॉरेंस बिश्नोई गैंग पूरे उत्तर भारत में अपनी आपराधिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है, जिसमें जबरन वसूली, हत्या की साजिशें, और मादक पदार्थों की तस्करी (विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों में) शामिल हैं। श्रीगंगानगर, एक महत्वपूर्ण सीमावर्ती जिला होने के कारण, अक्सर इस गिरोह के गुर्गों द्वारा छिपने और अपनी गतिविधियों को संचालित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि लॉरेंस बिश्नोई के कुछ सक्रिय गुर्गे जिले में मौजूद हैं और वे व्यापारियों तथा अन्य प्रभावशाली लोगों को धमकाकर वसूली का रैकेट चला रहे हैं।

इस सूचना के आधार पर, श्रीगंगानगर पुलिस ने विशेष टीमों का गठन किया। ये टीमें गोपनीय तरीके से गिरोह के संभावित ठिकानों, जैसे कि कुछ संदिग्ध आवासों, फार्म हाउसों और हॉस्टलों पर निगरानी रख रही थीं। पुलिस के इस “ऑपरेशन क्लीन स्वीप” को उच्च अधिकारियों की देखरेख में अंजाम दिया गया ताकि गोपनीयता और सफलता सुनिश्चित की जा सके।

छापेमारी और परिणाम

पुलिस ने गुरुवार देर रात और शुक्रवार सुबह कई स्थानों पर एक साथ छापे मारे। इस दौरान, पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग और साक्ष्य हाथ लगे हैं। हालांकि, बड़े पैमाने पर किसी प्रमुख गुर्गे की तत्काल गिरफ्तारी की खबर नहीं है, लेकिन पुलिस ने कई संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, जिनके बारे में माना जा रहा है कि वे गैंग के लिए सूचनाएँ जुटाने या वित्तीय लेनदेन में मदद करते थे।

छापेमारी के दौरान, पुलिस ने कुछ आपत्तिजनक सामग्री, संदिग्ध मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं, जिनकी गहनता से जाँच की जा रही है। इन उपकरणों से गैंग के नेटवर्क, उनके संपर्कों और आगामी योजनाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है।

पुलिस का लक्ष्य

इस बड़ी कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य केवल गिरफ्तारियाँ करना ही नहीं है, बल्कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की वित्तीय और परिचालन रीढ़ को तोड़ना है। पुलिस का मानना है कि संगठित अपराध पर प्रभावी ढंग से लगाम लगाने के लिए गैंग के नेटवर्क को नष्ट करना, उनके हथियारों की सप्लाई चेन को काटना, और सबसे महत्वपूर्ण, उनकी अवैध उगाही को रोकना आवश्यक है।

श्रीगंगानगर के पुलिस अधीक्षक ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि अपराधियों को जिले में किसी भी तरह की अवैध गतिविधि चलाने की छूट नहीं दी जाएगी। उन्होंने व्यापारियों और आम नागरिकों से अपील की है कि वे बिना किसी डर के पुलिस को सूचना दें, और आश्वासन दिया है कि उनकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। यह कार्रवाई स्पष्ट संदेश देती है कि राजस्थान पुलिस गैंगस्टर और माफिया तत्वों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। आने वाले दिनों में और अधिक गिरफ्तारियों की संभावना है, क्योंकि पुलिस जब्त किए गए साक्ष्यों के आधार पर अपनी जाँच को आगे बढ़ा रही है।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️