
नई दिल्ली/स्वास्थ्य डेस्क: स्वास्थ्य और शरीर रचना विज्ञान (Anatomy) विशेषज्ञों ने महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जोखिम पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि स्तन (ब्रेस्ट) का बड़ा आकार न केवल सौंदर्य का विषय है, बल्कि यह लंबे समय में गंभीर सर्वाइकल पेन (गर्दन का दर्द) और पुरानी पीठ की समस्याओं का एक प्रमुख अनदेखा कारण बन सकता है।
गुरुत्वाकर्षण और रीढ़ पर दबाव
विशेषज्ञों ने बताया कि बड़े स्तन का वजन शरीर के ऊपरी हिस्से के सामान्य गुरुत्वाकर्षण केंद्र (Centre of Gravity) को बदल देता है।
- आगे की ओर झुकाव: यह अतिरिक्त वजन लगातार शरीर को आगे की ओर खींचता है, जिससे महिलाएँ स्वाभाविक रूप से अपने शरीर को संतुलित करने के लिए कंधों को आगे की ओर झुकाकर (Stooping) या कमर को पीछे की ओर खींचकर चलती हैं।
- मांसपेशियों में तनाव: मुद्रा (Posture) में यह बदलाव गर्दन, ऊपरी पीठ और कंधे की मांसपेशियों पर अत्यधिक और निरंतर तनाव डालता है। यह तनाव समय के साथ क्रोनिक सर्वाइकल पेन और कशेरुका (Spine) संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकता है।
- तंत्रिका संपीड़न: गंभीर मामलों में, यह खराब मुद्रा गर्दन की तंत्रिकाओं (Nerves) के संपीड़न (Compression) का कारण भी बन सकती है, जिससे हाथों और बाहों में सुन्नता या झुनझुनी महसूस हो सकती है।
जोखिम कम करने के लिए विशेषज्ञ उपाय
डॉक्टरों और फिजियोथेरेपिस्टों ने उन महिलाओं के लिए निवारक उपाय सुझाए हैं जो बड़े ब्रेस्ट साइज के कारण होने वाले दर्द का सामना कर रही हैं या इससे बचना चाहती हैं:
- सही ब्रा का चुनाव (Supportive Bra): यह सबसे महत्वपूर्ण उपाय है। महिलाओं को ऐसी स्पोर्ट्स ब्रा या फुल-कवरेज ब्रा का चुनाव करना चाहिए जो पर्याप्त लिफ्ट और सपोर्ट देती हो। ब्रा को न तो बहुत ढीला होना चाहिए और न ही इतना कसकर बाँधा जाना चाहिए कि वह सर्कुलेशन को बाधित करे। अच्छी सपोर्टिव ब्रा कंधे और पीठ पर वजन का वितरण समान रूप से करती है।
- मांसपेशियों को मजबूत करना: कोर (पेट और पीठ) और कंधे की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना आवश्यक है। प्लैंक, रोइंग, और पीठ को सीधा रखने वाले योग आसन रीढ़ को स्थिरता प्रदान करते हैं और मुद्रा में सुधार लाते हैं।
- मुद्रा पर ध्यान: दिन भर, खासकर काम करते समय, अपनी मुद्रा को सही रखने का सचेत प्रयास करना चाहिए। बैठने के लिए एर्गोनोमिक कुर्सियों का उपयोग करना भी सहायक हो सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इन साधारण जीवनशैली परिवर्तनों और सही सपोर्ट के माध्यम से, बड़े ब्रेस्ट साइज वाली महिलाएं सर्वाइकल पेन और पीठ की समस्याओं के जोखिम को प्रभावी ढंग से कम कर सकती हैं और अधिक आरामदायक जीवन जी सकती हैं।