
मुंबई/नई दिल्ली। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, लंबी वर्किंग आवर्स और डिजिटल स्क्रीन के बढ़ते इस्तेमाल ने लोगों की नींद (Sleep) को बुरी तरह प्रभावित किया है। इसी तनाव और नींद की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए ट्रैवल इंडस्ट्री एक नया और आरामदायक समाधान लेकर आई है, जिसे ‘नेपकेशन’ (Napcation) नाम दिया गया है। यह नया वेलनेस कॉन्सेप्ट तेज़ी से वायरल हो रहा है और लक्ज़री ट्रैवल सेगमेंट में एक बड़ा ट्रेंड बन गया है।
क्या है ‘नेपकेशन’ और यह क्यों हो रहा है लोकप्रिय?
‘नेपकेशन’ शब्द ‘नैप’ (झपकी) और ‘वेकेशन’ (छुट्टी) को मिलाकर बना है। यह पारंपरिक यात्रा से बिल्कुल अलग है, जहाँ पर्यटक दर्शनीय स्थलों की दौड़ में लगे रहते हैं। ‘नेपकेशन’ का मुख्य उद्देश्य केवल और केवल आराम करना और क्वालिटी नींद लेना है। यह कॉन्सेप्ट उन पेशेवरों (Professionals) और शहरी निवासियों के बीच खास तौर पर लोकप्रिय हो रहा है, जो लंबे समय से नींद की कमी (Sleep Deprivation) से जूझ रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि लोग अब “करने” (Doing) वाली छुट्टियों के बजाय “होने” (Being) वाली छुट्टियों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
लक्ज़री होटलों का ‘स्लीप पैकेज’
इस बढ़ते ट्रेंड को देखते हुए, दुनिया भर के कई लक्ज़री होटल्स और रिसॉर्ट्स अब विशेष ‘स्लीप पैकेज’ और ‘नेप रूम’ पेश कर रहे हैं। इन पैकेजेस में निम्नलिखित सुविधाएं शामिल होती हैं, ताकि मेहमानों को सर्वोत्तम नींद का अनुभव मिल सके:
- आरामदायक माहौल: कमरों में पूरी तरह से ध्वनि-रोधक (Soundproof) व्यवस्था की जाती है।
- हाई-एंड बेड: नींद की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए प्रीमियम क्वालिटी के गद्दे (Mattresses) और तकिए (Pillows) प्रदान किए जाते हैं।
- प्रकाश नियंत्रण: कमरे में गहरा, डार्क वातावरण बनाए रखने के लिए विशेष डार्कनिंग शेड्स या पर्दे लगाए जाते हैं, जो नींद के लिए आवश्यक हैं।
- स्लीप मेन्यू: कुछ होटल मेहमानों को विशेष स्लीप-एनहांसिंग टी (नींद को बढ़ाने वाली चाय) और आरामदायक अरोमाथेरेपी (Aromatherapy) किट भी देते हैं।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
वेलनेस विशेषज्ञों के अनुसार, ‘नेपकेशन’ केवल एक लक्ज़री नहीं है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश है। पर्याप्त नींद लेने से तनाव का स्तर कम होता है, एकाग्रता बढ़ती है, और मूड बेहतर होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि तनावग्रस्त कामकाजी लोग इस ब्रेक का उपयोग अपने शरीर और दिमाग को रीसेट करने के लिए कर सकते हैं, जिससे वे वापस काम पर लौटने के बाद अधिक उत्पादक (Productive) महसूस करते हैं।
‘नेपकेशन’ ट्रैवल इंडस्ट्री के एक बड़े बदलाव का प्रतीक है, जहाँ अब यात्रा का केंद्र केवल घूमना नहीं, बल्कि स्व-देखभाल (Self-Care) और समग्र कल्याण (Holistic Wellness) भी बन गया है।