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🩸 मधुमेह रोगियों के लिए गंभीर चेतावनी: हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) का खतरा

विश्व मधुमेह दिवस (World Diabetes Day) 2025 के अवसर पर, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने मधुमेह (Diabetes) रोगियों को केवल उच्च रक्त शर्करा (Hyperglycemia) ही नहीं, बल्कि बहुत कम रक्त शर्करा यानी हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) के प्रति भी सचेत रहने की चेतावनी दी है। यह एक ऐसी जानलेवा स्थिति है जिसे अक्सर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है, लेकिन इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं।


📉 हाइपोग्लाइसीमिया क्या है?

 

हाइपोग्लाइसीमिया वह स्थिति है जब किसी व्यक्ति के रक्त में शर्करा (ग्लूकोज) का स्तर सामान्य सीमा से बहुत नीचे चला जाता है। विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि यदि शुगर का स्तर अक्सर 70 मिलीग्राम/डेसीलीटर (mg/dL) से कम बना रहता है, तो यह खतरे की घंटी है। ग्लूकोज मस्तिष्क और शरीर की कोशिकाओं के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत है, और इसकी कमी से शरीर के कार्य बुरी तरह प्रभावित होते हैं।

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हाइपोग्लाइसीमिया के मुख्य कारण:

 

मधुमेह रोगियों में लो ब्लड शुगर होने के कई कारण हो सकते हैं:

  • दवाओं की अधिक खुराक: इंसुलिन या शुगर कम करने वाली दवाओं की ज़रूरत से ज़्यादा खुराक लेना।

  • भोजन न करना: समय पर भोजन न करना या भोजन की मात्रा बहुत कम होना।

  • अत्यधिक व्यायाम: दवा लेने के बाद सामान्य से अधिक या बहुत ज़ोरदार शारीरिक गतिविधि करना।

  • अल्कोहल का सेवन: खाली पेट शराब पीने से लिवर का ग्लूकोज उत्पादन बाधित हो सकता है।


⚠️ इसके शुरुआती और गंभीर लक्षण

 

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षणों को पहचानना और उन पर तुरंत प्रतिक्रिया करना जीवन रक्षक हो सकता है।

शुरुआती लक्षण (Mild Hypoglycemia):

 

जैसे ही शुगर का स्तर गिरना शुरू होता है, शरीर एड्रेनालाईन रिलीज़ करता है, जिससे ये लक्षण दिखते हैं:

  • चक्कर आना और सिरदर्द

  • दिल की धड़कनें तेज होना (Palpitations)

  • अत्यधिक पसीना आना

  • असामान्य भूख लगना

  • आँखों में धुंधलापन

  • घबराहट और कंपकंपी

गंभीर लक्षण (Severe Hypoglycemia):

 

यदि शुगर का स्तर बहुत नीचे चला जाता है और समय पर उपचार नहीं मिलता है, तो स्थिति गंभीर हो सकती है:

  • ऊर्जा का स्तर कम होना: भ्रम की स्थिति, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई।

  • व्यवहार में बदलाव: चिड़चिड़ापन या आक्रामकता।

  • दौरे पड़ना (Seizures): मांसपेशियों का अनियंत्रित फड़कना।

  • बेहोशी और कोमा: गंभीर स्थिति में व्यक्ति बेहोश हो सकता है और हाइपोग्लाइसेमिक कोमा में जा सकता है, जो मस्तिष्क को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है।


✅ तुरंत कार्रवाई (Quick Action)

 

यदि किसी मधुमेह रोगी में लो ब्लड शुगर के लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत कार्रवाई करना आवश्यक है:

  1. शुगर की जाँच: यदि संभव हो तो तुरंत ग्लूकोमीटर से शुगर का स्तर जाँचें।

  2. जल्द शुगर दें: रोगी को तुरंत 15 ग्राम तेज़ काम करने वाला कार्बोहाइड्रेट (जैसे 3-4 ग्लूकोज टैबलेट, आधा कप फलों का रस, या 1 चम्मच चीनी/शहद) दें।

  3. दोबारा जाँच: 15 मिनट बाद शुगर का स्तर दोबारा जाँचें। यदि यह अभी भी 70 mg/dL से कम है, तो यह प्रक्रिया दोहराएँ।

  4. डॉक्टर से संपर्क: यदि लक्षण गंभीर हैं या सुधार नहीं हो रहा है, तो तत्काल चिकित्सा सहायता लें।

मधुमेह रोगियों को सलाह दी गई है कि वे हमेशा अपने पास शुगर की त्वरित आपूर्ति (जैसे टॉफी या ग्लूकोज) रखें और अपने परिवार को भी आपात स्थिति में क्या करना है, इसकी जानकारी दें।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️