
जिनेवा/नई दिल्ली। विश्वभर में नींद की समस्या से जूझ रहे लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक लोकप्रिय सप्लीमेंट, मेलाटोनिन (Melatonin), के दीर्घकालिक उपयोग को लेकर एक प्रमुख वैश्विक शोध (Global Study) ने गंभीर स्वास्थ्य चेतावनी जारी की है। यह शोध उन लोगों के लिए चिंता का विषय है जो अनिद्रा (Insomnia) या जेट लैग (Jet Lag) के इलाज के लिए लंबे समय से इन दवाओं का सहारा ले रहे हैं।
शोध के चौंकाने वाले निष्कर्ष
हाल ही में जारी इस अध्ययन के निष्कर्ष अत्यंत चौंकाने वाले हैं, जो मेलाटोनिन के उपयोग की सुरक्षा पर नए सिरे से विचार करने को मजबूर करते हैं:
- हार्ट फेलियर का खतरा: शोध से पता चला है कि मेलाटोनिन का लंबे समय तक नियमित उपयोग करने वाले वयस्कों में हार्ट फेलियर (Heart Failure) विकसित होने का खतरा 90% तक बढ़ सकता है।
- मृत्यु दर में वृद्धि: इसके अतिरिक्त, अध्ययन में यह भी पाया गया है कि मेलाटोनिन का दीर्घकालिक उपयोग करने वाले व्यक्तियों में असामयिक मृत्यु दर (Premature Mortality Rate) भी लगभग दोगुनी हो सकती है, खासकर हृदय संबंधी समस्याओं वाले लोगों में।
शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि मेलाटोनिन हृदय की मांसपेशियों की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है या रक्तचाप (Blood Pressure) को नियंत्रित करने वाले तंत्र को बाधित कर सकता है, हालांकि इसके सटीक तंत्र को समझने के लिए आगे की रिसर्च आवश्यक है।
विशेषज्ञ और स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह
इन गंभीर निष्कर्षों के मद्देनजर, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और चिकित्सा अधिकारियों ने जनता से अत्यधिक सावधानी बरतने की अपील की है।
- स्व-उपचार से बचें: विशेषज्ञों ने साफ तौर पर सलाह दी है कि लोग बिना किसी डॉक्टर की सलाह के मेलाटोनिन सहित किसी भी नींद की दवा या सप्लीमेंट का सेवन स्वयं न करें।
- डॉक्टरी परामर्श अनिवार्य: जिन लोगों ने पहले से ही मेलाटोनिन लेना शुरू कर दिया है, उन्हें तुरंत अपने डॉक्टर या कार्डियोलॉजिस्ट से परामर्श लेना चाहिए ताकि दवा की खुराक और उपयोग की अवधि का मूल्यांकन किया जा सके।
- जीवनशैली में बदलाव पर जोर: नींद की समस्याओं के समाधान के लिए जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाने पर जोर दिया गया है। इसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- स्लीप हाइजीन (Sleep Hygiene): सोने का एक निश्चित समय निर्धारित करना।
- स्क्रीन टाइम कम करना: सोने से पहले स्मार्टफोन और लैपटॉप के इस्तेमाल से बचना।
- नियमित व्यायाम: दिन में नियमित शारीरिक गतिविधि करना।
- आहार और कैफीन: देर शाम कैफीन और भारी भोजन से परहेज करना।
यह शोध उन आम धारणाओं को चुनौती देता है कि ओवर-द-काउंटर उपलब्ध होने के कारण मेलाटोनिन एक पूरी तरह से सुरक्षित सप्लीमेंट है। विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी सप्लीमेंट का उपयोग सावधानीपूर्वक और चिकित्सीय देखरेख में ही किया जाना चाहिए।