
1. पीरियड्स के दर्द को सामान्य न समझें: हो सकता है एंडोमेट्रियोसिस का संकेत 🩸
बहुत सी महिलाएं पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को सामान्य मानती हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह हर बार सामान्य नहीं होता। यह दर्द एंडोमेट्रियोसिस नामक एक गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है, जो भारतीय महिलाओं में तेजी से बढ़ रही है। इस बीमारी में गर्भाशय के बाहर ऊतक (tissue) बनने लगते हैं, जो तेज दर्द का कारण बनते हैं।
2. मुंह के बैक्टीरिया भी बढ़ा सकते हैं हार्ट अटैक का खतरा: नई रिसर्च में खुलासा 🦷
एक चौंकाने वाली नई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि हार्ट अटैक के पीछे सिर्फ कोलेस्ट्रॉल और खराब जीवनशैली ही नहीं, बल्कि मुंह के बैक्टीरिया भी जिम्मेदार हो सकते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया है कि विरिडन्स स्ट्रेप्टोकोकी नामक बैक्टीरिया धमनियों (arteries) में प्लाक (plaque) बनाकर दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ा सकते हैं।
स्वास्थ्य समाचार: आज की 10 प्रमुख खबरेंकोरोना काल में चुनौतियाँ बढ़ीं 🦵
बीते कुछ सालों में गठिया (जोड़ों का दर्द) के रोगियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद इस बीमारी के मामले और भी बढ़ गए हैं। गठिया के प्रति जितनी जागरूकता होनी चाहिए, वह अभी तक नहीं दिख रही है, जिससे मरीजों को इलाज में देरी का सामना करना पड़ रहा है।
4. कुपोषण से भी बढ़ सकता है मोटापे का खतरा: डायबिटीज का रिस्क दोगुना 🍔
यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन कुपोषण भी मोटापे का कारण बन सकता है। जब शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिलता, तो वह अतिरिक्त ऊर्जा को चर्बी के रूप में जमा करने लगता है। इससे न केवल मोटापा, बल्कि डायबिटीज और अन्य बीमारियों का खतरा भी दोगुना हो जाता है।
5. कैंसर का इलाज: आईआईटी मद्रास ने पेड़ों को नुकसान पहुंचाए बिना बनाई कैंसर रोधी दवा 🌱
एक बड़ी सफलता में, आईआईटी मद्रास के वैज्ञानिकों ने दो प्रमुख कैंसर रोधी दवाओं के निर्माण के लिए एक वैकल्पिक और पर्यावरण-अनुकूल तरीका खोजा है। अब इन दवाओं को बनाने के लिए पेड़ों को काटने या नुकसान पहुँचाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
6. तेजी से बढ़ते डिमेंशिया के मामले: केवल 10% को ही मिलता है वक्त पर इलाज 🧠
देश में डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन चिंताजनक बात यह है कि केवल 10% मरीजों को ही समय पर इलाज मिल पाता है। इसका मुख्य कारण लोगों में जागरूकता की कमी और निष्क्रिय जीवनशैली (inactive lifestyle) है।
7. क्या अलार्म क्लॉक पहुंचा रही है आपके हार्ट को नुकसान? ⏰
अलार्म क्लॉक की तेज आवाज से अचानक उठना आपके दिल के लिए नुकसानदायक हो सकता है। यह आपके शरीर में स्ट्रेस हार्मोन, कोर्टिसोल का स्तर बढ़ा सकती है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। आरामदायक संगीत या प्राकृतिक रोशनी से जागना एक बेहतर विकल्प है।
8. बच्चों में कैंसर के 50,000 मामले सालाना: समय पर इलाज से बचाई जा सकती है जान 👶
भारत में हर साल लगभग 50,000 बच्चे कैंसर से प्रभावित होते हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों में होने वाले कैंसर का सही समय पर पता लग जाए तो इलाज से जान बचाई जा सकती है। शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज न करना बहुत जरूरी है।
9. विटामिन-सी सप्लीमेंट्स: लेने का सही समय और जरूरी सावधानियां 🍋
अगर आप विटामिन-सी की कमी को दूर करने के लिए सप्लीमेंट्स ले रहे हैं, तो इसका सही समय और तरीका जानना जरूरी है। विशेषज्ञों के अनुसार, विटामिन-सी को सुबह के समय भोजन के साथ लेना सबसे बेहतर होता है। ध्यान रखें कि सप्लीमेंट्स केवल डॉक्टर की सलाह पर ही लें।
10. जीएसटी घटने से स्वास्थ्य सेवाएं हुईं सस्ती: दवाओं के दाम भी कम 💰
सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं पर जीएसटी (Goods and Services Tax) कम करने से मरीजों को बड़ी राहत मिली है। अब दवाएं और अन्य स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं कम दामों पर उपलब्ध हैं, जिससे इलाज का खर्च काफी हद तक घट गया है।