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यहाँ स्वास्थ्य से जुड़ी 10 खबरें दी गई हैं:

 

1. भारत ने बनाई पहली स्वदेशी मलेरिया वैक्सीन 💉

 

भारत ने मलेरिया के खिलाफ अपनी पहली स्वदेशी वैक्सीन ‘एडफाल्सीवैक्स’ विकसित की है। इस वैक्सीन को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने बनाया है और यह प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम नामक खतरनाक परजीवी के खिलाफ प्रभावी मानी जा रही है। इस वैक्सीन को पांच भारतीय कंपनियों को लाइसेंस दिया गया है। यह भारत के 2030 तक मलेरिया मुक्त होने के लक्ष्य को हासिल करने में मददगार साबित हो सकती है।


 

2. फैटी लिवर के इलाज के लिए नई दवा को FDA की मंजूरी ✅

 

यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने फैटी लिवर रोग (MASH) के इलाज के लिए सेमाग्लूटाइड नामक दवा को मंजूरी दे दी है। यह दवा पहले से ही डायबिटीज और मोटापे के इलाज के लिए इस्तेमाल की जा रही थी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मंजूरी फैटी लिवर के मरीजों के लिए एक बड़ी राहत है और हेल्थकेयर में एक महत्वपूर्ण कदम है।


 

3. बच्चों में तेजी से फैल रही हैंड-फुट-माउथ डिजीज 👧👦

 

दिल्ली-एनसीआर में बच्चों में हैंड-फुट-माउथ डिजीज (HFMD) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह एक वायरल बीमारी है जिसमें बच्चों के हाथ, पैर और मुंह पर छाले पड़ जाते हैं। हालांकि यह बीमारी आमतौर पर गंभीर नहीं होती, लेकिन माता-पिता को इसके लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।


 

4. भारत में मानसिक स्वास्थ्य चिंता का विषय 🧠

 

एक राष्ट्रीय अध्ययन के अनुसार, भारत की 15% वयस्क आबादी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि शहरी क्षेत्रों में यह समस्या ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक है। इसके अलावा, जागरूकता की कमी और मनोचिकित्सकों की कमी के कारण 70% से 92% लोग इलाज से वंचित रह जाते हैं।


 

5. महिलाओं में कैंसर के मामले अधिक, पुरुषों की मौत ज्यादा 🩺

 

भारत में हर साल महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक कैंसर के मामले सामने आते हैं। हालांकि, चौंकाने वाली बात यह है कि कैंसर से मरने वालों में पुरुषों की संख्या ज्यादा है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसका एक मुख्य कारण पुरुषों में देर से बीमारी का पता चलना और इलाज में देरी हो सकती है।


 

6. बुजुर्गों में मधुमेह (डायबिटीज) बनी बड़ी चुनौती 👵👴

 

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया है कि बुजुर्गों में मधुमेह (डायबिटीज) एक सामाजिक चुनौती के रूप में उभरा है। बुजुर्गों में डायबिटीज की बढ़ती दर के लिए खराब जीवनशैली और सही खान-पान की कमी जिम्मेदार मानी जा रही है। विशेषज्ञों ने बुजुर्गों में मधुमेह के उचित निदान और जीवनशैली में बदलाव पर जोर दिया है।


 

7. आरएसवी संक्रमण से स्वस्थ बच्चों को भी गंभीर खतरा 🤧

 

एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि रेस्पिरेटरी सिंशियल वायरस (RSV) स्वस्थ बच्चों के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। यह वायरस शिशुओं में गंभीर श्वसन संक्रमण का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों ने नवजात शिशुओं के लिए निवारक उपचार और गर्भवती महिलाओं के लिए टीकों के उपयोग पर जोर दिया है।


 

8. योग से दूर होंगी दिल और लिवर की बीमारियां 💪

 

योग गुरुओं और विशेषज्ञों के अनुसार, नियमित योग करने से हृदय, लिवर और किडनी से संबंधित कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करता है। यह स्वस्थ जीवनशैली के लिए एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है।


 

9. गर्भावस्था में पौष्टिक आहार और आराम का महत्व🤰

 

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार बेहद जरूरी है। इसके साथ ही पर्याप्त आराम और नींद भी महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों ने गर्भवती महिलाओं को अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, दूध और आयरन-फोलिक एसिड की गोलियां शामिल करने की सलाह दी है।


 

10. खराब मानसिक स्वास्थ्य के 5 संकेत, महिलाओं के लिए चेतावनी ⚠️

 

महिलाओं को अपने खराब मानसिक स्वास्थ्य के संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। विशेषज्ञों ने कुछ संकेतों पर ध्यान देने की सलाह दी है, जैसे: नींद न आना या बहुत ज्यादा आना, बार-बार मूड बदलना, और हमेशा चिड़चिड़ापन या उदासी महसूस करना। ये लक्षण बाइपोलर डिसऑर्डर या डिप्रेशन के संकेत हो सकते हैं।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️