“Excuse me” बोलने पर विवाद, फिर महिलाओं को पकड़कर पीटा; जानें क्या है पूरा मामला

महाराष्ट्र के ठाणे जिले में “Excuse me” बोलने पर विवाद हो गया। महिलाओं ने सड़क पर खड़े कुछ लोगों को हटने के लिए “Excuse me” बोला। इस पर वहां खड़े युवकों ने मारपीट शुरू कर दी और मराठी में बोलने की बात कही।

ठाणे: शहर के डोंबिवली इलाके में दो महिलाओं को “Excuse me” बोलना महंगा पड़ गया। को लेकर डोंबिवली इलाके में बड़ा विवाद खड़ा हो गया। इस विवाद ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं पीड़ित पक्ष का कहना है कि उन्होंने रास्ते में खड़े कुछ लोगों को “Excuse me” बोल दिया। इसपर उन्होंने कहा कि “मराठी में बोलो”। जब महिलाओं ने मराठी में बोलने से मना किया तो उन युवकों ने पूरे परिवार के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। फिलहाल इसे लेकर केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है।

मराठी में बोलने को कहा

दरअसल, गणेश श्रद्धा बिल्डिंग में रहने वाली पीड़ित महिला ने घटना के बारे में पूरी जानकारी दी। पीड़ित पुनम गुप्ता नाम की महिला ने बताया कि उसने रास्ते में खड़े कुछ लोगों से अंग्रेजी में “Excuse me” कहा। इस पर वहां मौजूद कुछ युवकों ने नाराजगी जताई और उनसे कहा कि “मराठी में बोलो”। इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि उन युवकों ने पुनम गुप्ता, उनके पति और दो महिला दोस्तों के साथ मारपीट की। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई है और अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

पुलिस ने दर्ज किया केस

वहीं इस घटना के बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस से मामले की शिकायत की है। घटना की शिकायत मिलने के बाद विष्णूनगर पुलिस स्टेशन में दोनों पक्षों की ओर से अलग-अलग शिकायतें दर्ज की गई हैं। पुलिस ने अनिल पवार, बाबासाहेब ढबाले और रितेश ढबाले के खिलाफ गैर-संज्ञेय अपराध दर्ज कर लिया है। वहीं पुलिस की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है। फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और वायरल वीडियो को भी सबूत के तौर पर लिया जा रहा है।

पूनम गुप्ता का बयान:

पूनम गुप्ता ने कहा, “हम रास्ते से जा रहे थे, तभी कुछ लोग वहां खड़े थे। हमने उनसे “Excuse me” कहा ताकि वे हमें रास्ता दें। लेकिन उन्होंने हमसे कहा कि हम मराठी में बोलें। जब हमने मराठी में बोलने से मना किया, तो उन्होंने हमारे साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने मेरे पति और मेरी दो महिला दोस्तों को भी पीटा।”

पुलिस का बयान:

विष्णूनगर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, “हमें दोनों पक्षों से शिकायतें मिली हैं। हम मामले की जांच कर रहे हैं और वायरल वीडियो को भी सबूत के तौर पर ले रहे हैं। हम दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।”

यह घटना क्यों हुई?

यह घटना भाषावाद और असहिष्णुता का एक उदाहरण है। भारत एक बहुभाषी देश है, और सभी को अपनी भाषा बोलने का अधिकार है। किसी को भी किसी अन्य भाषा में बोलने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।

इस घटना से क्या सबक मिलता है?

यह घटना हमें सिखाती है कि हमें सभी भाषाओं और संस्कृतियों का सम्मान करना चाहिए। हमें दूसरों के प्रति सहिष्णु होना चाहिए, भले ही वे हमसे अलग हों।

इस घटना के बारे में कुछ अतिरिक्त जानकारी:

  • यह घटना 7 अप्रैल, 2025 को डोंबिवली के गणेश श्रद्धा बिल्डिंग के पास हुई थी।
  • पीड़ित महिलाओं की पहचान पूनम गुप्ता और उनकी दो महिला दोस्तों के रूप में हुई है।
  • आरोपियों की पहचान अनिल पवार, बाबासाहेब ढबाले और रितेश ढबाले के रूप में हुई है।
  • पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैर-संज्ञेय अपराध दर्ज किया है।
  • पुलिस मामले की जांच कर रही है और वायरल वीडियो को भी सबूत के तौर पर ले रही है।

यह घटना एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जो हमें भाषावाद और असहिष्णुता के खतरों की याद दिलाती है। हमें सभी भाषाओं और संस्कृतियों का सम्मान करना चाहिए, और हमें दूसरों के प्रति सहिष्णु होना चाहिए, भले ही वे हमसे अलग हों।

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