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🌐 ग्लोबल फंड को मिली $11.34 बिलियन की फंडिंग: वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा को मज़बूती

एड्स (AIDS), टीबी (Tuberculosis), और मलेरिया (Malaria) जैसी विनाशकारी महामारियों से लड़ने वाले अंतर्राष्ट्रीय संगठन ग्लोबल फंड (Global Fund) ने अपनी आठवीं रिप्लेनिशमेंट समिट (Replenishment Summit) में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। फंड ने विश्व स्वास्थ्य सुरक्षा को मज़बूती देने और इन तीन प्रमुख बीमारियों को समाप्त करने के प्रयासों को जारी रखने के लिए $11.34 बिलियन (भारतीय मुद्रा में लगभग ₹94,500 करोड़) की फंडिंग हासिल की है।


फंडिंग की स्थिति और वैश्विक सहयोग

 

यह फंडिंग विश्व भर के सरकारी, निजी और नागरिक समाज के साझेदारों के सहयोग और प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हालांकि, ग्लोबल फंड ने अपने निर्धारित लक्ष्य से थोड़ी कम फंडिंग प्राप्त की है, लेकिन साझेदार देशों और दानदाताओं ने वैश्विक एकजुटता बनाए रखने और इन जानलेवा बीमारियों को हराने के अपने संकल्प को दोहराया है।

यह राशि ग्लोबल फंड के अगले तीन साल (2026-2028) के लिए कार्यक्रमों को वित्त पोषित करेगी। ग्लोबल फंड की स्थापना 2002 में की गई थी और तब से यह विकासशील देशों में स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लिए एक प्रमुख फंडिंग स्रोत रहा है।


उद्देश्य: जीवन बचाना और प्रणालियों को मज़बूत करना

 

इस विशाल राशि का उपयोग मुख्य रूप से तीन प्रमुख लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किया जाएगा:

  1. लाखों लोगों के जीवन की रक्षा: यह फंडिंग एड्स, टीबी और मलेरिया से प्रभावित लोगों के लिए जीवन रक्षक दवाइयाँ, निदान उपकरण और निवारक उपचार (Preventive Treatment) सुनिश्चित करेगी। ग्लोबल फंड के प्रयासों से अब तक लाखों लोगों की जान बचाई जा चुकी है।

  2. महामारियों को समाप्त करना: यह सुनिश्चित करना कि इन तीनों बीमारियों से होने वाली मौतों की संख्या को कम किया जाए और अंततः उनके उन्मूलन (Elimination) के लक्ष्य की ओर बढ़ा जाए।

  3. स्वास्थ्य प्रणालियों को मज़बूत करना: कमजोर स्वास्थ्य प्रणालियों वाले देशों को महामारी के झटकों को झेलने के लिए अधिक लचीला (Resilient) बनाने में मदद करना।


💡 भविष्य की तैयारी और डिजिटल नवाचार पर फोकस

 

आगामी वर्षों के लिए ग्लोबल फंड की रणनीति में न केवल मौजूदा महामारियों से लड़ना शामिल है, बल्कि भविष्य की स्वास्थ्य चुनौतियों के लिए तैयारी को सुदृढ़ करना भी है। फंड का फोकस निम्नलिखित क्षेत्रों में निवेश करने पर होगा:

  • स्वास्थ्य प्रणालियों का सुदृढ़ीकरण: प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा (Primary Healthcare) के बुनियादी ढांचे और कर्मचारियों को मजबूत करना ताकि किसी भी स्वास्थ्य संकट का प्रभावी ढंग से सामना किया जा सके।

  • डिजिटल नवाचार (Digital Innovations): टीबी स्क्रीनिंग के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग करना। AI-आधारित उपकरणों का उपयोग करके निदान प्रक्रिया को तेज और अधिक सटीक बनाया जा सकता है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां प्रशिक्षित कर्मियों की कमी है।

  • सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता: फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (Community Health Workers) के प्रशिक्षण और समर्थन में निवेश करना, जो ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित करने की रीढ़ होते हैं।

ग्लोबल फंड की यह फंडिंग वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो दर्शाता है कि अंतर्राष्ट्रीय सहयोग अभी भी सबसे बड़ी मानवीय चुनौतियों का समाधान करने में सक्षम है।

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