
गुवाहाटी में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन साउथ अफ्रीका ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए मैच पर अपनी पकड़ लगभग पूरी तरह से मज़बूत कर ली है। भारतीय टीम एक बार फिर बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण मुश्किल में फंस गई है और उस पर न केवल पारी की हार, बल्कि सीरीज में पीछे होने का भी खतरा मंडरा रहा है।
भारतीय पारी का निराशाजनक पतन
साउथ अफ्रीका द्वारा पहली पारी में बनाए गए 489 रनों के विशाल स्कोर के जवाब में, भारतीय बल्लेबाजी लाइन-अप पूरी तरह से बिखर गई। तीसरे दिन सुबह से ही साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाजों और स्पिनरों के सामने भारतीय बल्लेबाज संघर्ष करते दिखे। टीम इंडिया की पहली पारी मात्र 201 रनों पर ही सिमट गई।
बल्लेबाजों के इस सामूहिक विफलता के कारण मेहमान टीम को 288 रनों की विशाल बढ़त (लीड) प्राप्त हुई। यह किसी भी टेस्ट मैच में एक निर्णायक बढ़त होती है, खासकर जब पिच पर अब अनियमित उछाल और टर्न देखने को मिल रहा हो।
भारतीय बल्लेबाजी की विफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शीर्ष क्रम का कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी खेलने में कामयाब नहीं हो सका। कप्तान और उप-कप्तान सहित प्रमुख बल्लेबाजों ने बेहद कम स्कोर पर अपने विकेट गंवाए, जिससे टीम पर दबाव लगातार बढ़ता गया।
वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव की संघर्षपूर्ण साझेदारी
जब भारतीय टीम पर फॉलो-ऑन का खतरा मंडरा रहा था और निचले क्रम के बल्लेबाज मैदान पर थे, तब वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव ने क्रीज पर टिकने का शानदार जज्बा दिखाया।
सुंदर (48) ने अपनी बल्लेबाजी तकनीक का अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि कुलदीप यादव (19) ने उनका बखूबी साथ दिया। इन दोनों ने आठवें विकेट के लिए 72 रनों की संघर्षपूर्ण साझेदारी की, जिसने भारतीय प्रशंसकों में थोड़ी उम्मीद जगाई। इस साझेदारी का उद्देश्य भारत को फॉलो-ऑन के लिए ज़रूरी 290 रनों के आंकड़े तक ले जाना था, लेकिन यह जोड़ी भी अपेक्षित लक्ष्य तक पहुंचने से पहले टूट गई।
सुंदर के अर्धशतक से चूकने और कुलदीप के आउट होते ही भारतीय पारी का औपचारिक अंत हो गया। साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाजों ने सटीक लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की, जिसका फायदा उन्हें लगातार विकेटों के रूप में मिला।
साउथ अफ्रीका की लीड हुई 300 के पार
विशाल बढ़त मिलने के बाद, साउथ अफ्रीका के कप्तान ने बिना देर किए फॉलो-ऑन न देने का फैसला किया और अपनी दूसरी पारी खेलने का निर्णय लिया। यह निर्णय दिखाता है कि वे पिच की मौजूदा स्थिति का अधिकतम लाभ उठाना चाहते थे और भारतीय बल्लेबाजों को एक बार फिर दबाव में लाना चाहते थे।
तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक, साउथ अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में तेज़ी से रन बनाए और अपनी कुल लीड को 314 रनों तक पहुंचा दिया है। उनके सलामी बल्लेबाजों ने बिना किसी नुकसान के अपनी टीम को एक ठोस शुरुआत दी है, जिससे उनके पास अब भारत के सामने एक विशाल लक्ष्य रखने का पूरा मौका है।
चौथे दिन सुबह के पहले सत्र में साउथ अफ्रीका तेज़ी से रन बनाकर भारत को एक बेहद मुश्किल लक्ष्य देगी।
📉 मैच की वर्तमान स्थिति
मैच की वर्तमान स्थिति भारत के लिए बेहद निराशाजनक है। 300 से अधिक रनों की लीड के साथ, साउथ अफ्रीका अब जीत के मुहाने पर खड़ी है। भारतीय टीम को अब न केवल चौथी पारी में एक ऐतिहासिक लक्ष्य का पीछा करना होगा, बल्कि साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों के सामने लंबे समय तक क्रीज पर टिके रहने का भी दम दिखाना होगा, जो मौजूदा फॉर्म को देखते हुए एक अत्यधिक कठिन चुनौती है।
ऐसा प्रतीत होता है कि इस टेस्ट मैच में भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों की गहराई के सामने घुटने टेकने पड़ सकते हैं।