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🚨 किडनी रोग पर नेफ्रोलॉजिस्ट की ‘महामारी’ चेतावनी: भारत में बढ़ता खतरा

भारत के प्रमुख नेफ्रोलॉजिस्टों (गुर्दा विशेषज्ञ) ने देश में क्रोनिक किडनी डिजीज (Chronic Kidney Disease – CKD) के बढ़ते मामलों पर गहरी चिंता व्यक्त की है और इसे एक संभावित ‘किडनी महामारी’ के रूप में चिन्हित किया है। विशेषज्ञों का यह अलार्म स्वास्थ्य अधिकारियों और आम जनता के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि यदि तत्काल जीवनशैली और स्वास्थ्य प्रबंधन पर ध्यान नहीं दिया गया, तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है।

📉 भयावह आँकड़े: हर साल 2 लाख गुर्दे फेल

 

नेफ्रोलॉजिस्टों द्वारा दिए गए आँकड़े इस संकट की गंभीरता को दर्शाते हैं। उनके अनुसार, भारत में हर साल लगभग 2 लाख लोगों के गुर्दे (Kidney) फेल हो रहे हैं। यह आँकड़ा न केवल देश की स्वास्थ्य प्रणाली पर भारी बोझ डाल रहा है, बल्कि लाखों परिवारों के लिए जीवन भर का संकट भी बन रहा है।

गुर्दे की विफलता (Kidney Failure) अक्सर अंतिम चरण की किडनी रोग (End-Stage Renal Disease – ESRD) का परिणाम होती है, जिसमें रोगी को जीवित रहने के लिए नियमित डायलिसिस या गुर्दा प्रत्यारोपण (Kidney Transplant) की आवश्यकता होती है। भारत जैसे देश में, जहाँ डायलिसिस और प्रत्यारोपण दोनों ही महंगे और सीमित पहुँच वाले हैं, यह महामारी गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए एक बड़ी आर्थिक और सामाजिक चुनौती बन रही है।

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🩺 मुख्य कारण: अनियमित जीवनशैली से जुड़ी बीमारियाँ

 

नेफ्रोलॉजिस्टों ने इस बढ़ती हुई किडनी रोग की महामारी का मुख्य कारण अनियमित जीवनशैली (Irregular Lifestyle) से जुड़ी बीमारियों को बताया है। आधुनिक जीवनशैली में आए बदलावों ने लोगों को गैर-संचारी रोगों (Non-Communicable Diseases – NCDs) के प्रति अधिक संवेदनशील बना दिया है, जो सीधे तौर पर गुर्दों को प्रभावित करते हैं:

  1. डायबिटीज (मधुमेह): CKD का सबसे प्रमुख कारण अनियंत्रित डायबिटीज है। उच्च रक्त शर्करा (High Blood Sugar) गुर्दे में छोटी रक्त वाहिकाओं (Blood Vessels) को नुकसान पहुँचाती है, जिससे समय के साथ उनकी फ़िल्टर करने की क्षमता कम हो जाती है।

  2. हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप): लंबे समय तक अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर भी गुर्दों पर दबाव डालता है, जिससे गुर्दे की कार्यप्रणाली धीरे-धीरे खराब होने लगती है।

इन दोनों बीमारियों के अलावा, मोटापा (Obesity), शारीरिक निष्क्रियता (Physical Inactivity), असंतुलित आहार (जैसे अत्यधिक नमक और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ), और तंबाकू/शराब का सेवन भी किडनी रोग के खतरे को बढ़ाते हैं।

🛡️ रोकथाम और जागरूकता की आवश्यकता

 

विशेषज्ञों ने जोर दिया है कि इस महामारी को रोकने के लिए जागरूकता और रोकथाम ही सबसे प्रभावी उपकरण हैं। लोगों को नियमित रूप से अपनी रक्त शर्करा और रक्तचाप की जाँच करानी चाहिए। CKD अक्सर शुरुआती चरणों में कोई स्पष्ट लक्षण नहीं दिखाती है, इसलिए नियमित स्वास्थ्य जाँच (Routine Health Check-ups) अत्यंत महत्वपूर्ण है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जनता से स्वस्थ आहार अपनाने, नियमित व्यायाम करने और इन जानलेवा बीमारियों को नियंत्रित रखने का आग्रह किया है, ताकि गुर्दों को सुरक्षित रखा जा सके।

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