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गुवाहाटी टेस्ट से पहले साउथ अफ्रीका को बड़ा झटका: चोटिल होने के कारण ‘खूंखार’ तेज गेंदबाज हुआ बाहर

गुवाहाटी, भारत। 21 नवंबर 2025।

भारत के खिलाफ शुरू होने वाली बहुप्रतीक्षित तीन मैचों की टेस्ट सीरीज से ठीक पहले, दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम को एक बड़ा झटका लगा है। टीम का एक प्रमुख और खूंखार तेज गेंदबाज चोटिल होने के कारण सीरीज के पहले मैच, जो गुवाहाटी में खेला जाना है, से बाहर हो गया है। इस खबर ने जहां दक्षिण अफ्रीकी टीम प्रबंधन की चिंताएं बढ़ा दी हैं, वहीं भारतीय क्रिकेट टीम के लिए यह निश्चित रूप से राहत की खबर है।

🚨 कप्तान ने नाम का खुलासा नहीं किया

 

साउथ अफ्रीकी टीम के कप्तान ने हालांकि चोटिल गेंदबाज के नाम का आधिकारिक खुलासा नहीं किया है, लेकिन टीम सूत्रों और क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि यह गेंदबाज भारतीय पिचों पर अपनी गति, रिवर्स स्विंग और उछाल से हमेशा मेजबान बल्लेबाजों के लिए खतरा बना रहता था। यह गेंदबाज पिछले भारत दौरे पर भी टीम के लिए सबसे प्रभावी साबित हुआ था। माना जा रहा है कि अभ्यास सत्र के दौरान इस तेज गेंदबाज को मांसपेशियों में खिंचाव (muscle strain) आया है, जिसके चलते उन्हें एहतियातन पहले टेस्ट से बाहर रखा गया है।

टीम प्रबंधन ने एक बयान में कहा, “हम चोट की गंभीरता का आकलन कर रहे हैं। हालांकि, खिलाड़ी को गुवाहाटी टेस्ट से बाहर कर दिया गया है ताकि वह पूरी तरह से ठीक हो सके और शेष सीरीज के लिए उपलब्ध रहे। हम जल्द ही उसके रिप्लेसमेंट पर फैसला करेंगे।”

📉 साउथ अफ्रीका की रणनीति पर असर

 

इस प्रमुख गेंदबाज का बाहर होना दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी रणनीति पर सीधा और महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा। गुवाहाटी की पिचें आमतौर पर पहले दिन तेज गेंदबाजों को मदद देती हैं, जिसके बाद स्पिनरों का दबदबा रहता है। ऐसे में, टीम को अपने मुख्य तेज हथियार के बिना मैदान पर उतरना पड़ेगा।

  • गेंदबाजी की गहराई पर असर: इस चोट के कारण टीम की तेज गेंदबाजी की गहराई (depth) प्रभावित हुई है। अब सारा दबाव युवा और कम अनुभवी तेज गेंदबाजों पर आ जाएगा।

  • कार्यभार प्रबंधन: टीम को अब शेष अनुभवी गेंदबाजों, जैसे कि कगिसो रबाडा, के कार्यभार (workload) का प्रबंधन सावधानी से करना होगा, ताकि पूरी सीरीज में वे फिट रहें।

  • रिप्लेसमेंट की चुनौती: प्रबंधन को अब स्क्वॉड में मौजूद विकल्प जैसे लुंगी एनगिडी या किसी युवा गेंदबाज में से किसी एक को चुनना होगा, जिसके पास भारत में गेंदबाजी का सीमित अनुभव है।

🇮🇳 भारत के लिए मिली राहत

 

भारतीय टीम प्रबंधन इस खबर से जरूर खुश होगा। गुवाहाटी टेस्ट में भारतीय टॉप ऑर्डर अब एक बड़े खतरे से बच गया है, जिससे वे अधिक आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी कर सकते हैं। भारतीय पिचों पर स्पिन का सामना करना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन अगर तेज गेंदबाजी का आक्रमण कमजोर पड़ता है, तो मेजबान टीम बड़ा स्कोर खड़ा करने में सक्षम होगी।

यह देखना दिलचस्प होगा कि साउथ अफ्रीकी कप्तान अब अपनी प्लेइंग इलेवन में क्या बदलाव करते हैं और उनकी टीम इस झटके से कैसे उबर पाती है। सीरीज का पहला टेस्ट 26 नवंबर से शुरू होने वाला है।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️