
श्री गंगानगर। 21 नवंबर 2025।
श्री गंगानगर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (SGVDNL) ने बिजली बिलों के बकायादारों के खिलाफ अब तक का सबसे कड़ा रुख अपनाते हुए 22 नवंबर 2025 से एक व्यापक और आक्रामक वसूली अभियान (Recovery Drive) शुरू करने की घोषणा की है। विभाग के अनुसार, लंबे समय से लंबित करोड़ों रुपये के बकाया बिलों को देखते हुए यह कदम उठाना अनिवार्य हो गया है। इस अभियान के तहत, जिन उपभोक्ताओं ने अपने बिजली के बिल निर्धारित समय सीमा के भीतर जमा नहीं किए हैं, उनके बिजली कनेक्शन बिना किसी अतिरिक्त सूचना के तत्काल प्रभाव से काट दिए जाएंगे।
⚠️ बकायेदारों को अंतिम चेतावनी
SGVDNL के अधिशासी अभियंता (Executive Engineer) ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि विभाग ने बकायेदारों को बिल जमा करने के लिए पर्याप्त समय और कई बार रिमाइंडर दिए हैं। इसके बावजूद, बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने अपने बिलों का भुगतान नहीं किया है। उन्होंने साफ किया कि विभाग अब किसी भी तरह की ढील नहीं बरतेगा। यह अभियान शहर और ग्रामीण, दोनों ही क्षेत्रों में एक साथ चलाया जाएगा।
अभियान के पहले चरण में उन बड़े बकायेदारों को निशाना बनाया जाएगा, जिन पर लाखों रुपये का बकाया है। इसके बाद उन घरेलू और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे जाएंगे, जिन पर 5,000 रुपये या उससे अधिक का बिल बकाया है और जिन्हें अंतिम नोटिस जारी किए जा चुके हैं।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, जिले भर में घरेलू, कृषि और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं पर बिजली बिलों का कुल बकाया आंकड़ा ₹100 करोड़ के पार पहुंच चुका है। राजस्व की इस भारी कमी के कारण विभाग को अपने परिचालन और बिजली खरीद लागत को पूरा करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
🚨 कनेक्शन कटने के बाद की प्रक्रिया
विभाग ने स्पष्ट किया है कि एक बार कनेक्शन कट जाने के बाद, उसे दोबारा जुड़वाने की प्रक्रिया उपभोक्ताओं के लिए काफी महंगी और समय लेने वाली साबित हो सकती है। कनेक्शन दोबारा जुड़वाने के लिए बकायेदार को न सिर्फ अपना पूरा बकाया बिल जमा कराना होगा, बल्कि लेट फीस (विलंब शुल्क) और डिस्कनेक्शन-रिकनेक्शन चार्ज भी भरना होगा।
अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी असुविधा, जुर्माने या अंधेरे में रहने से बचने के लिए, इस अभियान के शुरू होने से पहले ही अपने बकाया बिलों का तुरंत ऑनलाइन या नजदीकी भुगतान केंद्र पर जाकर भुगतान सुनिश्चित करें। विभाग ने उपभोक्ताओं को ऑनलाइन भुगतान के लिए कई आसान विकल्प भी प्रदान किए हैं।
अधिशासी अभियंता ने कहा, “हम समझते हैं कि यह कदम उपभोक्ताओं के लिए थोड़ा कठोर हो सकता है, लेकिन यह हमारी वित्तीय स्थिरता और सभी उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। हमारी प्राथमिकता सभी उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली प्रदान करना है, और इसके लिए राजस्व संग्रह बहुत महत्वपूर्ण है।”
इस कड़े कदम से यह स्पष्ट होता है कि श्री गंगानगर बिजली विभाग अब राजस्व घाटे को कम करने और वित्तीय अनुशासन को बहाल करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। यह वसूली अभियान 22 नवंबर से शुरू होकर अगले कई हफ्तों तक जारी रहने की उम्मीद है।