
नई दिल्ली। आज, 10 नवंबर 2025, को पूरी दुनिया ‘विश्व टीकाकरण दिवस’ (World Immunization Day) मना रही है। यह दिवस लोगों के स्वास्थ्य और जीवन की सुरक्षा में टीकों (Vaccines) की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करने और संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
इस वर्ष की थीम: मानवता के लिए टीकाकरण
इस वर्ष के ‘विश्व टीकाकरण दिवस’ की थीम एक अत्यंत महत्वपूर्ण संदेश देती है: “सभी के लिए टीकाकरण मानवीय रूप से संभव है” (Immunization for all is humanly possible)।
यह थीम इस बात पर जोर देती है कि विज्ञान और मानव प्रयास के माध्यम से यह सुनिश्चित करना संभव है कि दुनिया में हर व्यक्ति, चाहे वह कहीं भी रहता हो, जीवन रक्षक टीकों तक पहुंच पाए। यह सार्वभौमिक टीकाकरण (Universal Immunization) के लक्ष्य की दिशा में काम करने के लिए सरकारों, स्वास्थ्य संगठनों और समुदायों को प्रेरित करता है।
टीकों का महत्व: लाखों जीवन की सुरक्षा
स्वास्थ्य विशेषज्ञों और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ‘विश्व टीकाकरण दिवस’ के अवसर पर टीकों के महत्व पर जोर दिया:
- जीवन रक्षक: टीके हर साल लाखों लोगों की जान बचाते हैं और अनगिनत लोगों को बीमारियों से होने वाली स्थायी विकलांगता से बचाते हैं।
- संक्रामक रोगों का उन्मूलन: टीके चेचक (Smallpox) जैसे घातक रोगों को पूरी तरह से खत्म करने में सफल रहे हैं और पोलियो (Polio) जैसी बीमारियों को उन्मूलन (Eradication) के कगार पर ला दिया है।
- भारत में सफलता की कहानी: भारत में पोलियो के सफल उन्मूलन को अक्सर टीकाकरण की शक्ति के एक उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में उद्धृत किया जाता है, जिसके लिए देश के विशाल टीकाकरण कार्यक्रमों को श्रेय दिया जाता है।
- सामुदायिक स्वास्थ्य: टीकाकरण केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य की सुरक्षा नहीं करता, बल्कि यह हर्ड इम्युनिटी (Herd Immunity) प्रदान करके पूरे समुदाय की रक्षा करता है, जिससे कमजोर और टीकाकरण न करा सकने वाले लोगों को भी अप्रत्यक्ष सुरक्षा मिलती है।
जागरूकता और चुनौतियाँ
इस दिवस पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने टीकाकरण से जुड़ी चुनौतियों पर भी ध्यान आकर्षित किया:
- टीकाकरण में हिचकिचाहट (Vaccine Hesitancy): टीकों की सुरक्षा और प्रभावशीलता के बारे में गलत सूचनाओं के कारण लोगों में हिचकिचाहट है, जिसे दूर करने की आवश्यकता है।
- समान पहुंच: विकासशील और दूरदराज के क्षेत्रों में अभी भी कोल्ड चेन सुविधाओं और टीकों की समान पहुंच सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती है।
‘विश्व टीकाकरण दिवस’ इन चुनौतियों पर विचार करने और टीकाकरण कार्यक्रमों में निवेश बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है, ताकि बच्चों और वयस्कों दोनों को बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सके।