
श्रीगंगानगर, राजस्थान। कृषि और व्यापार का एक महत्वपूर्ण केंद्र, श्रीगंगानगर, जिसे ‘राजस्थान के अन्न भंडार’ (Granary of Rajasthan) के रूप में भी जाना जाता है, वहां की अनाज मंडियों में 10 नवंबर 2025 को प्रमुख फसलों के भाव में तुलनात्मक स्थिरता बनी रही। यह स्थिरता अंतरराष्ट्रीय बाजार के मिले-जुले संकेतों और स्थानीय आवक के संतुलन को दर्शाती है।
प्रमुख फसलों के मंडी भाव
सोमवार को श्रीगंगानगर मंडी में सरसों (Mustard) और गेहूं (Wheat) के औसत मूल्य इस प्रकार दर्ज किए गए:
| फसल | औसत मूल्य (प्रति क्विंटल) | न्यूनतम मूल्य (प्रति क्विंटल) | उच्चतम मूल्य (प्रति क्विंटल) |
| सरसों (Mustard) | ₹4951 | ₹4021 | ₹5170 |
| गेहूं (Wheat) | ₹2500 | लगभग ₹2400 | लगभग ₹2650 |
सरसों: सीमित उतार-चढ़ाव
सरसों के भाव में एक सीमित दायरे में कारोबार देखने को मिला। औसत मूल्य ₹4951 प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा।
- स्थिरता का कारण: विशेषज्ञ इसे आगामी रबी सीजन की बुवाई से पहले पुराने स्टॉक की निकासी और खाद्य तेल बाजार में वैश्विक स्थिरता के कारण मान रहे हैं।
- किसानों पर असर: जिन किसानों ने अपना स्टॉक रोक रखा था, उनके लिए औसत मूल्य ₹5000 के करीब बने रहना संतोषजनक है, हालांकि उच्चतम ₹5170 का भाव सीमित मात्रा के लिए रहा।
गेहूं: मजबूती के साथ स्थिरता
गेहूं का औसत मूल्य ₹2500 प्रति क्विंटल पर मजबूती से स्थिर रहा।
- सरकारी खरीद और मांग: केंद्र सरकार की एमएसपी (Minimum Support Price – न्यूनतम समर्थन मूल्य) से ऊपर बाजार भाव बने रहने से किसानों को अच्छा मुनाफा मिल रहा है। सरकारी स्टॉक और खुले बाजार की मांग में संतुलन के चलते भाव में कोई बड़ी गिरावट नहीं आई है।
- भविष्य की उम्मीदें: अगले कुछ महीनों में त्योहारी मांग और आटा मिलों की सतत खरीद के कारण गेहूं के भाव में और तेजी आने की उम्मीद है।
बाजार को प्रभावित करने वाले कारक
मंडी भाव में यह तुलनात्मक स्थिरता निम्नलिखित प्रमुख कारकों पर निर्भर करती है:
- स्थानीय आवक: मौसम शुष्क रहने के कारण मंडी में फसलों की आवक सामान्य बनी हुई है, जिससे अचानक कीमतों में बड़ा बदलाव नहीं आ रहा है।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार: खाद्य तेलों (पाम तेल और सोया तेल) के वैश्विक भाव और अंतरराष्ट्रीय गेहूं बाजार के संकेतों का अप्रत्यक्ष प्रभाव स्थानीय कीमतों पर बना हुआ है।
- रबी की बुवाई: सरसों और गेहूं की रबी बुवाई का मौसम शुरू हो चुका है, जिससे किसान अब बुवाई की तैयारियों में लगे हैं और मंडी में नए स्टॉक की आवक अभी शुरू नहीं हुई है।
श्रीगंगानगर मंडी में व्यापारिक गतिविधियां सामान्य बनी हुई हैं, और स्थानीय व्यापारी आगामी रबी फसलों की बुवाई के परिणामों पर अपनी नजरें जमाए हुए हैं।