
भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने एक बार फिर नशीले पदार्थों की तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल करते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। यह कार्रवाई श्रीगंगानगर जिले के श्रीकरणपुर सेक्टर में हुई, जिसने सीमा पार से होने वाली तस्करी की नापाक हरकतों पर कड़ा प्रहार किया है।
ऑपरेशन और हेरोइन की बरामदगी
यह कार्रवाई तब शुरू हुई जब बीएसएफ की जी ब्रांच (खुफिया शाखा) को गुप्त सूचना मिली कि सीमा के पास ड्रग्स की एक खेप को गिराया गया है। सूचना के आधार पर, बीएसएफ जवानों ने श्रीकरणपुर सेक्टर में स्थित बॉर्डर पोस्ट आनंदसर के नजदीक 23-O गांव के एक खेत में तुरंत एक गहन तलाशी अभियान चलाया।
तलाशी के दौरान, जवानों को खेत में हेरोइन से भरा एक संदिग्ध पैकेट मिला। यह पैकेट पीले रंग के टेप में अच्छी तरह से लपेटा हुआ था, जो तस्करों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सामान्य तरीके को दर्शाता है। जब इस पैकेट को खोला गया और उसकी जाँच की गई, तो उसमें करीब आधा किलोग्राम (500 ग्राम) उच्च गुणवत्ता वाली हेरोइन पाई गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत और तस्करी का अंदेशा
बरामद की गई हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2.5 करोड़ रुपये आँकी गई है। इतनी बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों की बरामदगी ने एक बार फिर पाकिस्तान स्थित तस्करों के नापाक मंसूबों को उजागर कर दिया है, जो भारतीय युवाओं को नशे के जाल में फंसाने की कोशिश में लगे हुए हैं।
इस खेप को जब्त करने के बाद, सुरक्षा एजेंसियों ने इस बात का अंदेशा जताया है कि यह ड्रग्स की खेप पाकिस्तान की तरफ से आए ड्रोन के माध्यम से भारतीय सीमा में गिराई गई थी। हाल के दिनों में, सीमा पार से ड्रोन के जरिए हथियार और ड्रग्स की तस्करी एक गंभीर चुनौती बन गई है, जिससे निपटने के लिए बीएसएफ अपनी तकनीकी निगरानी और गश्त को लगातार मजबूत कर रहा है।
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
इस बड़ी बरामदगी के बाद, श्रीगंगानगर सहित पूरे सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट मोड पर आ गई हैं। बीएसएफ के जवान सीमावर्ती गांवों में गहन जाँच कर रहे हैं और स्थानीय खुफिया तंत्र को सक्रिय कर दिया गया है ताकि ड्रग्स तस्करी के इस पूरे नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जा सके।
यह कार्रवाई सीमा सुरक्षा बल की सतर्कता, त्वरित प्रतिक्रिया और ड्रग तस्करी को रोकने की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है। बीएसएफ ने स्पष्ट किया है कि वे सीमा पार से होने वाली किसी भी तरह की अवैध गतिविधि को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे और देश की सुरक्षा को हर कीमत पर सुनिश्चित करेंगे। स्थानीय पुलिस और अन्य केंद्रीय एजेंसियां भी इस मामले में सहयोग कर रही हैं ताकि इस खेप को उठाने के लिए आने वाले किसी भी तस्कर को पकड़ा जा सके। सीमा पर चौकसी और तकनीकी निगरानी को और भी मजबूत किया जा रहा है।