
हिंदी सिनेमा की एक प्रतिष्ठित हस्ती, अभिनेत्री और सुरीली गायिका सुलक्षणा पंडित (Sulakshana Pandit) का 71 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनके निधन की खबर से पूरे फिल्म उद्योग और संगीत प्रेमियों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है। सुलक्षणा पंडित ने 70 और 80 के दशक में अपनी बहुमुखी प्रतिभा के दम पर बॉलीवुड में एक अमिट छाप छोड़ी थी।
बहुमुखी प्रतिभा की धनी कलाकार
सुलक्षणा पंडित न केवल एक सफल अभिनेत्री थीं, जिन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया, बल्कि वह एक बेहतरीन क्लासिकल गायिका भी थीं। उन्होंने अपने करियर में कई यादगार और लोकप्रिय गीतों को अपनी आवाज़ दी, जिन्हें आज भी क्लासिक माना जाता है।
- अभिनय करियर: उन्होंने संजीव कुमार, जितेंद्र, राजेश खन्ना, और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे दिग्गज अभिनेताओं के साथ काम किया। उनकी प्रमुख फिल्मों में उलझन, संकल्प, और हेरा फेरी शामिल हैं।
- संगीत करियर: उन्होंने अपनी बड़ी बहन, महान गायिका लता मंगेशकर और अन्य समकालीन गायकों के साथ कई युगल गीत गाए। ‘बैठी हूँ तेरी याद का’ और ‘माना तेरी नज़र में’ जैसे उनके गीत आज भी श्रोताओं के दिलों में बसे हुए हैं। उनकी आवाज़ में एक खास मिठास और भावनात्मक गहराई थी।
अमर प्रेम कहानी: संजीव कुमार का दर्द
सुलक्षणा पंडित का निजी जीवन उनके पेशेवर जीवन जितना ही चर्चा में रहा। उनका जीवन अभिनेता संजीव कुमार के प्रति उनके अटूट और एकतरफा प्रेम से जुड़ा रहा।
- सुलक्षणा पंडित, संजीव कुमार के प्यार में पूरी तरह से डूबी हुई थीं और उन्होंने उनसे शादी का प्रस्ताव भी रखा था।
- हालांकि, संजीव कुमार का दिल दूसरी अभिनेत्री, हेमा मालिनी पर था, जिन्होंने पहले ही उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया था। कहा जाता है कि संजीव कुमार ने सुलक्षणा के प्रेम प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया।
- संजीव कुमार से मिले इस अस्वीकार के बाद, सुलक्षणा पंडित ने एक अत्यंत भावुक और साहसी निर्णय लिया: उन्होंने संजीव कुमार के प्यार में पूरी ज़िंदगी अविवाहित रहने का फैसला किया।
संजीव कुमार का निधन भी कम उम्र में हो गया था, जिसके बाद सुलक्षणा पंडित गहरे अकेलेपन में चली गईं। यह एक दुखद प्रेम कहानी है, जिसने उनके जीवन को गहराई से प्रभावित किया।
सुलक्षणा पंडित का निधन भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत है, लेकिन उनकी कला, उनके गीत और उनकी जुझारू प्रेम कहानी हमेशा प्रशंसकों के दिलों में ज़िंदा रहेगी।