
नई दिल्ली, 6 नवंबर, 2025: जैसे-जैसे देश के उत्तरी हिस्सों, विशेष रूप से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में सर्दियों का आगमन हो रहा है, वैसे-वैसे वायु प्रदूषण (Air Pollution) का स्तर एक बार फिर खतरनाक रूप से बढ़ने लगा है। हवा की गुणवत्ता (AQI) का लगातार गिरना नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों और सिविल सर्जनों ने नागरिकों से अपील की है कि वे खुद को प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों से बचाने के लिए विशेष निवारक उपाय (Preventive Measures) अपनाएँ।
⚠️ प्रदूषण से बचने के लिए महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुझाव
प्रदूषण के हानिकारक कण (PM 2.5 और PM 10) श्वसन तंत्र और हृदय को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जाने चाहिए:
1. आउटडोर गतिविधियों पर नियंत्रण (नियंत्रित करें)
- सुबह और शाम की सैर से बचें: प्रदूषण का स्तर आमतौर पर सुबह जल्दी और देर शाम को सबसे अधिक होता है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि इस दौरान बाहर कसरत करने, दौड़ने या लंबी सैर करने से पूरी तरह बचें। तेज कसरत के दौरान हम तेजी से और अधिक गहरी सांस लेते हैं, जिससे फेफड़ों में प्रदूषक कणों की मात्रा बढ़ जाती है।
- घर के अंदर रहें: जब AQI का स्तर ‘बहुत खराब’ या ‘गंभीर’ हो, तो बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा/हृदय रोगियों को यथासंभव घर के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है।
2. सुरक्षा उपकरण और तकनीक का उपयोग (सुरक्षा उपकरण)
- N-95 मास्क अनिवार्य: घर से बाहर निकलते समय सामान्य कपड़े के मास्क के बजाय N-95 या N-99 मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। ये मास्क सूक्ष्म कणों (PM 2.5) को श्वसन तंत्र में प्रवेश करने से रोकने में अत्यधिक प्रभावी होते हैं।
- एयर प्यूरीफायर का उपयोग: घर के अंदर की हवा को साफ रखने के लिए उच्च दक्षता वाले एयर प्यूरीफायर (Air Purifiers) का उपयोग करें, खासकर बेडरूम और लिविंग एरिया में।
3. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएँ (आहार और जीवनशैली)
- आहार में बदलाव: अपने भोजन में रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें। विटामिन-सी (जैसे नींबू, आंवला), विटामिन-ई (बादाम, बीज) और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार लें।
- प्राकृतिक डीटॉक्स: फेफड़ों को साफ रखने में मदद करने वाले खाद्य पदार्थ, जैसे गुड़, हल्दी और अदरक का सेवन बढ़ाएँ।
- हाइड्रेशन: शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए खूब पानी पिएं। यह श्वास नलिकाओं में मौजूद प्रदूषक कणों को बाहर निकालने में मदद करता है।
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि ये निवारक उपाय वायु प्रदूषण के मौसम में स्वस्थ रहने की कुंजी हैं। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे लगातार स्थानीय AQI स्तरों पर ध्यान रखें और उसके अनुसार अपनी दैनिक गतिविधियों में बदलाव करें।