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🏃 ‘ज़ोन 2 कार्डियो’ बना नया फिटनेस मंत्र: कम तीव्रता की कसरत, पर दिल और फैट बर्निंग के लिए ‘गोल्ड स्टैंडर्ड’

स्वास्थ्य और फिटनेस के क्षेत्र में, जहाँ लोग अक्सर उच्च तीव्रता वाले वर्कआउट (High-Intensity Workouts) की ओर भागते हैं, वहीं एक नया और प्रभावी ट्रेंड तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है—वह है ‘ज़ोन 2 कार्डियो’। विशेषज्ञ इसे न केवल एथलीटों के लिए, बल्कि आम लोगों के लिए भी हृदय स्वास्थ्य (Heart Health) को सुधारने और फैट बर्निंग को अधिकतम करने का गोल्ड स्टैंडर्ड मान रहे हैं।

 

क्या है ‘ज़ोन 2 कार्डियो’?

 

‘ज़ोन 2 कार्डियो’ एक ऐसी एरोबिक कसरत की तीव्रता को संदर्भित करता है जहाँ आपकी हृदय गति (Heart Rate) आपके अधिकतम हृदय गति (Maximum Heart Rate) के लगभग 60% से 70% के बीच रहती है।

  • पहचान का तरीका (Talk Test): इसकी पहचान करने का सबसे आसान तरीका है ‘टॉक टेस्ट’। इस ज़ोन में कसरत करते समय, आप साँस लेने में बहुत अधिक परेशानी महसूस किए बिना आराम से बातचीत (पूरे वाक्य) कर सकते हैं, लेकिन आप गाना नहीं गा सकते।
  • उदाहरण: तेज़ चलना (Brisk Walking), धीमी जॉगिंग, धीमी साइक्लिंग, या हल्की स्विमिंग।

 

वैज्ञानिक आधार: ऊर्जा का स्रोत बदलना

 

ज़ोन 2 कार्डियो को इतना प्रभावी मानने के पीछे एक ठोस वैज्ञानिक कारण है। जब आप इस कम तीव्रता वाले ज़ोन में कसरत करते हैं:

  1. फैट बर्निंग: आपका शरीर ऊर्जा के लिए मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट (ग्लाइकोजन) के बजाय फैट (वसा) का उपयोग करना शुरू कर देता है। यह फैट-बर्निंग मशीनरी को सक्रिय करता है, जिससे वजन कम करने और शरीर के वसा प्रतिशत को कम करने में मदद मिलती है।
  2. माइटोकॉन्ड्रियल स्वास्थ्य: यह ज़ोन माइटोकॉन्ड्रिया (कोशिकाओं के ‘पावरहाउस’) के स्वास्थ्य और संख्या को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्वस्थ माइटोकॉन्ड्रिया, ऊर्जा उत्पादन की दक्षता बढ़ाते हैं, जिससे आपका स्टैमिना और धैर्य (Endurance) बढ़ता है।
  3. रिकवरी में सहायक: उच्च तीव्रता वाले वर्कआउट (HIIT) के विपरीत, ज़ोन 2 कार्डियो शरीर पर कम तनाव डालता है, जिससे रिकवरी तेज़ी से होती है और ओवरट्रेनिंग का खतरा कम होता है।

 

दिल की सेहत के लिए सबसे असरदार

 

हृदय रोग विशेषज्ञों के अनुसार, नियमित ज़ोन 2 कार्डियो कसरत हृदय को मजबूत करती है। यह रक्तचाप (Blood Pressure) को नियंत्रित रखने, रक्त शर्करा (Blood Sugar) के स्तर को सुधारने और हृदय की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करती है। चूंकि यह कसरत ज़्यादा थकाऊ नहीं होती, इसलिए इसे लंबे समय तक जारी रखा जा सकता है, जो इसके दीर्घकालिक लाभों को अधिकतम करता है।

कम मेहनत में भी बेहतरीन परिणाम देने वाला ‘ज़ोन 2 कार्डियो’ अब फिटनेस रूटीन का एक अनिवार्य हिस्सा बनता जा रहा है।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️