🢀
🥇 भारतीय स्क्वॉश की नई सनसनी: अनाहत सिंह ने कैनेडियन ओपन में शीर्ष-10 खिलाड़ी को हराकर रचा इतिहास

टोरंटो, कनाडा। (दिनांक: 29 अक्टूबर 2025)

भारत की युवा और होनहार स्क्वॉश खिलाड़ी अनाहत सिंह ने कनाडा ओपन स्क्वॉश टूर्नामेंट में एक बड़ा कारनामा करते हुए देश को गौरवान्वित किया है। इस 17 वर्षीय खिलाड़ी ने महिला एकल के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में गत चैंपियन और विश्व रैंकिंग में शीर्ष 10 में शामिल बेल्जियम की अनुभवी खिलाड़ी टिन्ने गिलिस (Tinne Gilis) को शिकस्त देकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है।

 

करियर की सबसे बड़ी जीत

 

अनाहत सिंह के लिए यह जीत इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि यह उनके पूरे पेशेवर करियर में विश्व के शीर्ष 10 रैंक वाले खिलाड़ी के खिलाफ पहली जीत है। गिलिस, जो अपनी तेज गति और कोर्ट कवरेज के लिए जानी जाती हैं, के खिलाफ अनाहत ने जबरदस्त संयम और आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया।

मैच में अनाहत ने शुरुआत से ही अपनी चपलता और बेहतरीन ड्रॉप शॉट्स से गिलिस को दबाव में रखा। हालांकि गिलिस ने वापसी की कोशिश की, लेकिन अनाहत ने निर्णायक क्षणों में शानदार खेल दिखाते हुए उन्हें पटखनी दी। इस अप्रत्याशित परिणाम ने स्क्वॉश जगत में तहलका मचा दिया है और अनाहत को रातों-रात चर्चा का केंद्र बना दिया है।

 

अंतरराष्ट्रीय कद का बढ़ना

 

पिछले कुछ वर्षों से अनाहत सिंह को भारतीय स्क्वॉश का भविष्य माना जा रहा है। उन्होंने जूनियर स्तर पर कई रिकॉर्ड बनाए हैं और अब वह सीनियर स्तर पर लगातार अपनी छाप छोड़ रही हैं। एशियन गेम्स और अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में उनके प्रभावशाली प्रदर्शन ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि वह जल्द ही शीर्ष खिलाड़ियों को चुनौती देने के लिए तैयार हैं।

कनाडा ओपन में उनकी यह जीत उनके बढ़ते अंतरराष्ट्रीय कद का स्पष्ट प्रमाण है। यह दर्शाता है कि वह मानसिक और तकनीकी रूप से शीर्ष स्तर के दबाव को झेलने और उन्हें मात देने की क्षमता रखती हैं। उनका आत्मविश्वास और कोर्ट पर उनकी परिपक्वता उनकी उम्र से कहीं अधिक दिखाई देती है।

 

सेमीफाइनल की चुनौती

 

क्वार्टर फाइनल में मिली इस शानदार जीत के बाद, अनाहत सिंह अब टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं। यह किसी भी भारतीय स्क्वॉश खिलाड़ी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, खासकर तब जब उन्होंने इस सफर में गत चैंपियन को बाहर का रास्ता दिखाया है।

सेमीफाइनल में उनकी चुनौती और भी कठिन होगी, लेकिन गिलिस पर मिली जीत ने उनके आत्मविश्वास को चरम पर पहुंचा दिया है। भारतीय खेल प्रेमी और स्क्वॉश फेडरेशन अनाहत से फाइनल में पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं, जो भारतीय स्क्वॉश के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। अनाहत सिंह की यह यात्रा युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी प्रेरणा है कि कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️