
श्रीगंगानगर। राजस्थान का सीमावर्ती जिला श्रीगंगानगर हाल के दिनों में भीषण सड़क हादसों का गवाह बन रहा है। जिले की सड़कों पर तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण हुई दुर्घटनाओं में कई परिवारों के चिराग बुझ गए हैं। पिछले कुछ दिनों में हुए अलग-अलग दर्दनाक हादसों में कुल 8 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिससे पूरे जिले में शोक की लहर फैल गई है। इन घटनाओं ने सड़क सुरक्षा मानदंडों के पालन और राजमार्गों पर खड़े वाहनों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
खड़े ट्रक से टकराई कार, चार की मौत: सबसे भयानक हादसा श्रीगंगानगर-बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ। एक तेज रफ्तार कार सड़क किनारे खड़े एक ट्रक के पिछले हिस्से में जा घुसी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार चार लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों की पहचान तुरंत नहीं हो पाई, लेकिन ये सभी एक ही परिवार के सदस्य बताए जा रहे हैं, जो किसी धार्मिक या निजी समारोह से लौट रहे थे। पुलिस ने क्रेन की मदद से कार को ट्रक से अलग किया और शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि ट्रक सड़क किनारे अवैध रूप से खड़ा था या उसमें पर्याप्त संकेतक लाइटें नहीं थीं।
सेना की जिप्सी और बाइक की टक्कर, दो युवकों की मौत: एक अन्य गंभीर दुर्घटना में, सेना की एक जिप्सी और एक मोटरसाइकिल के बीच भीषण टक्कर हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब जिप्सी और बाइक दोनों विपरीत दिशाओं से आ रहे थे। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस और सेना के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों शवों को मोर्चरी में रखवाया और सेना के वाहन को जब्त कर लिया गया है। पुलिस ने सेना के ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पदमपुर-श्रीगंगानगर मार्ग पर दो और जिंदगियां खत्म: सड़क पर मौत का सिलसिला यहीं नहीं थमा। पदमपुर-श्रीगंगानगर मार्ग पर भी एक और बड़ा सड़क हादसा हुआ, जिसमें दो लोगों की जान चली गई। शुरुआती जानकारी के अनुसार, यह हादसा एक निजी वाहन और लोक परिवहन बस के बीच हुई जबरदस्त भिड़ंत का परिणाम था, हालांकि कुछ रिपोर्टों में इसे स्कॉर्पियो और बाइक की भिड़ंत बताया गया है। इस हादसे में भी दो व्यक्तियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि कुछ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
इन लगातार हो रहे हादसों ने जिला प्रशासन और यातायात पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिला पुलिस अधीक्षक ने इन घटनाओं पर दुख व्यक्त करते हुए यातायात नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने और तेज रफ्तार ड्राइविंग के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा। साथ ही, ट्रक ड्राइवरों को भी हाईवे पर वाहनों को सुरक्षित तरीके से पार्क करने के लिए चेतावनी जारी की गई है।