
श्री गंगानगर/राजस्थान: जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर राजस्थान की पश्चिमी सीमा पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। श्रीगंगानगर, जैसलमेर और बाड़मेर सहित सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि सीमा के उस पार, पाकिस्तानी रेंजर्स ने ज़ीरो लाइन के पास कई गांवों को खाली करा लिया है और ज़ीरो लाइन तक अपनी पेट्रोलिंग बढ़ा दी है।
सीमा पार की हलचल
रिपोर्टों के अनुसार, श्रीगंगानगर सेक्टर की सरहद पर पाकिस्तानी रेंजरों की गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। वे अब ज़ीरो लाइन के करीब तक पेट्रोलिंग करने आ रहे हैं। सरहद के पार, पाकिस्तान के बहावल नगर (जो श्रीगंगानगर के करीब है) जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तानी सेना द्वारा गांवों को खाली कराए जाने की खबरें सामने आई हैं। इसके अलावा, सीमा के उस पार जेसीबी मशीनों के साथ अन्य निर्माण कार्य और तैयारियां किए जाने की भी सूचना है, जिससे भारतीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। यह कदम भविष्य में किसी भी संभावित स्थिति के लिए पाकिस्तान की तैयारी को दर्शाता है।
भारतीय सीमा पर सुरक्षा और प्रशासन की सख्ती
सीमा पर संभावित खतरों को देखते हुए भारतीय पक्ष ने भी कमर कस ली है:
- सुरक्षा बलों की मुस्तैदी: सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने श्रीगंगानगर जिले में करीब 200 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। जवान पारियों में तारबंदी की पैनी निगरानी कर रहे हैं और सीमा चौकियों पर जवानों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।
- ब्लैकआउट और रेड अलर्ट: तनावपूर्ण हालात के बीच, श्रीगंगानगर सहित सीमावर्ती गांवों में रात्रि 8 बजे से ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है, यानी रात में बत्तियाँ बंद रखने का आदेश है। जिला प्रशासन ने नागरिकों को घरों में ही रहने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील करते हुए रेड अलर्ट घोषित किया है।
- ड्रोन पर प्रतिबंध: श्रीगंगानगर जिले को एक संवेदनशील जिला मानते हुए, आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ड्रोन के इस्तेमाल पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। नियम तोड़ने वालों पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
- किसानों पर असर: सुरक्षा कारणों से किसानों को तारबंदी के पार अपने खेतों में कृषि कार्य के लिए जाने से रोका गया है, जिससे हजारों बीघे खेत खाली पड़े हैं।
ग्रामीणों का मनोबल
तनाव के बावजूद, सीमावर्ती गांवों के ग्रामीणों ने उच्च मनोबल बनाए रखा है। कई ग्रामीणों ने दृढ़ता से कहा है कि वे किसी भी अप्रिय स्थिति में घर छोड़ने के बजाय ‘जंग’ के लिए तैयार हैं। प्रशासन और सेना ने भी ग्रामीणों से सहयोग की अपील की है, जिस पर उन्हें भरपूर सहयोग मिल रहा है।
सीमा पर किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिए बीएसएफ और स्थानीय पुलिस मिलकर समन्वय स्थापित कर रहे हैं। आप श्रीगंगानगर बॉर्डर पर सुरक्षा स्थिति से संबंधित एक वीडियो यहां देख सकते हैं: श्रीगंगानगर बॉर्डर पर पकड़ा गया पाकिस्तानी रेंजर। यह वीडियो श्रीगंगानगर सीमा पर एक पाकिस्तानी रेंजर को पकड़े जाने (हालांकि बाद में बीएसएफ ने अफवाह बताया) की खबर के माध्यम से सीमा पर चल रहे तनाव और सुरक्षा का उल्लेख करता है।