
नई दिल्ली/टोक्यो: पूर्वी एशिया में स्वास्थ्य संकट गहराता जा रहा है। जापान में तेज बुखार और गंभीर श्वसन संक्रमण (Flu) के मामलों में हुई अचानक वृद्धि ने भारत समेत दुनिया के कई देशों की चिंता बढ़ा दी है। अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि तेज अंतरराष्ट्रीय यात्रा और मौसम में हो रहे तीव्र बदलाव के कारण इस फ्लू का प्रकोप जल्द ही अन्य क्षेत्रों, विशेषकर घनी आबादी वाले भारत में, फैल सकता है।
संक्रमण दर में उछाल
जापान में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में फ्लू के मामलों में असामान्य वृद्धि दर्ज की गई है, जो मौसमी रुझानों से कहीं अधिक है। यह प्रकोप न केवल सामान्य फ्लू स्ट्रेन के कारण हो सकता है, बल्कि किसी नए या अधिक संक्रामक उपभेद (Variant) की ओर भी इशारा कर सकता है। इस स्थिति ने भारत के सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों को सतर्क कर दिया है, क्योंकि भारत में फ्लू और श्वसन संबंधी बीमारियाँ अक्सर मानसून के बाद और सर्दियों की शुरुआत में तेजी से फैलती हैं।
भारत में जारी हुआ स्वास्थ्य अलर्ट
भारत के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस संभावित खतरे को देखते हुए तत्काल स्वास्थ्य अलर्ट जारी कर दिया है। डॉक्टरों और चिकित्सा संस्थानों को किसी भी असामान्य वृद्धि की रिपोर्ट करने और तैयारियों को दुरुस्त रखने का निर्देश दिया गया है। मुख्य रूप से, संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए निवारक उपायों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
डॉक्टरों द्वारा जारी की गई प्रमुख सलाहें:
- मास्क का उपयोग: लोगों को भीड़भाड़ वाली और बंद जगहों पर जाने से पहले मास्क (Masks) पहनने की सलाह दी गई है, ताकि ड्रॉपलेट संक्रमण को रोका जा सके।
- हाथों की स्वच्छता: हाथों को नियमित रूप से धोना और सैनिटाइजर का उपयोग करना संक्रमण से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका बताया गया है।
- भीड़ से बचें: सामाजिक दूरी बनाए रखने और अनावश्यक रूप से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने की अपील की गई है।
टीकाकरण की अपील
विशेषज्ञों ने विशेष रूप से कमजोर इम्युनिटी वाले समूहों—जैसे बुजुर्गों, छोटे बच्चों, और पहले से बीमार लोगों—को इन्फ्लूएंजा (Flu) का टीकाकरण जल्द से जल्द करवाने की अपील की है। टीकाकरण न केवल बीमारी की गंभीरता को कम करता है, बल्कि संक्रमण को फैलने की दर को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निगरानी (Surveillance) बढ़ाने और अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर यात्रियों की स्क्रीनिंग को और मजबूत करने का निर्देश दिया है, ताकि इस फ्लू के किसी भी संभावित मामले को देश में फैलने से पहले ही नियंत्रित किया जा सके।