
मुंबई। दिवाली का त्योहार नजदीक आते ही, त्वचा को चमकदार और बेदाग बनाने की चाहत हर किसी में बढ़ जाती है। आमतौर पर लोग महंगे सैलून ट्रीटमेंट्स, केमिकलयुक्त फेशियल और हजारों रुपए खर्च करने वाले ब्यूटी प्रोडक्ट्स का सहारा लेते हैं। हालांकि, ब्यूटी एक्सपर्ट्स और डर्मेटोलॉजिस्ट (त्वचा विशेषज्ञों) ने इस खर्च को खत्म करते हुए एक बेहद आसान, किफायती और ‘मुफ्त’ का घरेलू नुस्खा बताया है—और वह है रसोई में रखा साधारण दही (Curd)।
एक्सपर्ट्स का दावा है कि दही का नियमित इस्तेमाल आपकी त्वचा को वह चमक दे सकता है, जो 2500 रुपए या उससे भी महंगे फेशियल ट्रीटमेंट्स से मिलती है।
दही क्यों है त्वचा का सच्चा दोस्त?
दही को त्वचा के लिए ‘सुपरफूड’ माना जाता है, जिसका मुख्य कारण इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड (Lactic Acid) है। लैक्टिक एसिड एक प्राकृतिक अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड (AHA) है, जो एक बेहतरीन एक्सफोलिएंट (Exfoliant) का काम करता है।
डर्मेटोलॉजिस्ट के अनुसार, लैक्टिक एसिड त्वचा पर निम्नलिखित जादुई प्रभाव डालता है:
- गहरी सफाई: यह त्वचा की ऊपरी, मृत परत को धीरे से हटा देता है, जिससे त्वचा के रोमछिद्र (Pores) खुल जाते हैं और वह गहराई से साफ हो जाती है।
- टैनिंग हटाना: यह मेलेनिन (Melanin) उत्पादन को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे टैनिंग और पिगमेंटेशन कम होती है।
- नमी और पोषण: दही में वसा और प्रोटीन होते हैं जो त्वचा को प्राकृतिक नमी प्रदान करते हैं, जिससे रूखापन दूर होता है और त्वचा मुलायम बनती है।
7 दिन का ‘दही चैलेंज’: दो गुना चमक का दावा
डर्मेटोलॉजिस्ट सुझाव देते हैं कि अधिकतम लाभ के लिए, दही का उपयोग करने का तरीका मायने रखता है। उन्होंने दिवाली से ठीक 7 दिन पहले इस ‘दही चैलेंज’ को अपनाने की सलाह दी है:
- तरीका: फ्रिज में पड़े ठंडे दही को लें और इसे सीधे चेहरे, गर्दन और हाथों पर मोटी परत के रूप में लगाएं। 15 से 20 मिनट तक सूखने दें।
- मालिश: सूखने के बाद, हल्के हाथों से चेहरे पर गोलाकार गति (Circular Motion) में मालिश करें, जिससे मृत त्वचा आसानी से निकल जाए।
- धोना: गुनगुने पानी से धो लें।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह सरल प्रक्रिया रोजाना अपनाने से त्वचा का प्राकृतिक निखार दो गुना बढ़ जाता है। ठंडक देने वाला दही त्वचा की लालिमा और जलन (Redness and Irritation) को भी शांत करता है, जिससे त्वचा बिल्कुल तरोताज़ा और ‘पॉलिश’ दिखती है।
इस प्राकृतिक और किचन-बेस्ड नुस्खे की लोकप्रियता ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि खूबसूरती का रहस्य हमेशा महंगे प्रोडक्ट्स में नहीं, बल्कि प्रकृति के उपहारों में छिपा होता है।