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चेतावनी: दर्द निवारक ‘ट्रामाडोल’ का लंबे समय तक सेवन बढ़ा सकता है हृदय रोग का खतरा ❤️‍🩹

सिरदर्द और अन्य गंभीर दर्द को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक प्रिस्क्रिप्शन पेनकिलर ‘ट्रामाडोल’ (Tramadol) के संबंध में एक नई रिसर्च ने गंभीर चिंताएँ बढ़ा दी हैं। इस शोध में सामने आया है कि इस शक्तिशाली दवा का अधिक समय तक सेवन करने से दिल की बीमारियों, यानी हृदय रोग (Cardiovascular Diseases), का जोखिम दोगुना हो सकता है।

 

‘ट्रामाडोल’ और हृदय रोग का संबंध

 

ट्रामाडोल एक ओपिओइड एनाल्जेसिक है, जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर कार्य करके दर्द से राहत प्रदान करती है। यह अक्सर मध्यम से गंभीर दर्द के इलाज के लिए निर्धारित की जाती है। हालांकि, नई रिसर्च ने इसके उपयोग से जुड़े एक अप्रत्याशित और जानलेवा खतरे को उजागर किया है।

शोध के निष्कर्ष बताते हैं कि जो मरीज लंबे समय तक ट्रामाडोल का सेवन करते हैं, उनमें अचानक हार्ट अटैक (Heart Attack), स्ट्रोक (Stroke) और अन्य हृदय संबंधी समस्याओं के विकसित होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। यह दवा रक्तचाप और हृदय की लय पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है, जिससे हृदय प्रणाली पर अनावश्यक तनाव पड़ता है।

 

जागरूकता की कमी और विशेषज्ञों की चेतावनी

 

विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रामाडोल के इस छिपे हुए खतरे को लेकर आम जनता में जागरूकता बहुत कम है। कई लोग इसे अन्य सामान्य दर्द निवारक दवाओं की तरह ही सुरक्षित मानकर बिना किसी चिकित्सकीय निगरानी के लंबे समय तक इसका उपयोग करते रहते हैं, खासकर पुराने या क्रोनिक दर्द (Chronic Pain) के मामलों में।

चिकित्सा जगत के विशेषज्ञों ने लोगों को कड़ी चेतावनी दी है कि:

  1. बिना डॉक्टरी सलाह के ट्रामाडोल जैसी शक्तिशाली दर्द निवारक दवाओं का इस्तेमाल बिल्कुल न करें
  2. यदि आपको यह दवा निर्धारित की गई है, तो इसे केवल निर्धारित खुराक और अवधि के लिए ही लें।
  3. लंबे समय तक दर्द के इलाज के लिए हमेशा गैर-ओपिओइड (Non-Opioid) विकल्पों पर विचार करें और डॉक्टर से नियमित सलाह लेते रहें।

 

जानलेवा साबित हो सकती है लापरवाही

 

ट्रामाडोल की लत लगने (Addiction) का खतरा तो पहले से ही मौजूद था, लेकिन अब हृदय रोग का जोखिम दोगुना होने की जानकारी ने इसकी गंभीरता को और बढ़ा दिया है। हृदय रोग भारत और विश्व भर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। ऐसे में, किसी भी दवा का लापरवाही से सेवन, जो सीधे हृदय के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है, जानलेवा साबित हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का आग्रह है कि मरीज हमेशा अपने डॉक्टर से दवा के फायदों और संभावित जोखिमों पर विस्तार से चर्चा करें।

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