🢀
श्रीगंगानगर में नकली बीज का भंडाफोड़: कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की ताबड़तोड़ कार्रवाई

राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में की गई औचक छापेमारी ने नकली और मिलावटी बीज तथा खाद के गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है। यह कार्रवाई उन किसानों के लिए एक बड़ी राहत है जो लंबे समय से घटिया कृषि उत्पादों के कारण अपनी फसलों को हो रहे नुकसान से जूझ रहे थे।

मंत्री का औचक दौरा और कार्रवाई

कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने बिना किसी पूर्व सूचना के श्रीगंगानगर के विभिन्न बीज गोदामों और निर्माण इकाइयों पर छापेमारी की। उनका यह कदम कृषि क्षेत्र में चल रही अनियमितताओं और किसानों की शिकायतों का सीधा जवाब था। मंत्री ने मौके पर ही अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए और पूरी जांच प्रक्रिया की निगरानी स्वयं की।

छापेमारी के दौरान, जांच टीमों ने पाया कि कई गोदामों में किसानों को गुमराह करने के लिए नकली बीज तैयार किए जा रहे थे। यह खुलासा हुआ कि कुछ कंपनियां घटिया गुणवत्ता के बीजों को ‘चमकीला’ और आकर्षक बनाने के लिए हानिकारक रसायनों (केमिकल) का उपयोग कर रही थीं। मंत्री मीणा ने इस बात पर जोर दिया कि चमकदार दिखने वाले इन बीजों को किसान महंगे दामों पर खरीद लेते थे, इस उम्मीद में कि उनकी फसल अच्छी होगी, लेकिन असल में ये बीज उनकी मेहनत और पैसे को बर्बाद कर रहे थे।

किसानों के साथ धोखाधड़ी

श्रीगंगानगर, जिसे “राजस्थान का अन्न का कटोरा” कहा जाता है, एक प्रमुख कृषि केंद्र है। यहां के किसान मुख्य रूप से नरमा (कपास), ग्वार, और धान की खेती करते हैं। नकली बीज और खाद के कारण इन किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा था। उदाहरण के लिए, हाल ही में यह मामला भी सामने आया था कि किसानों को ग्वार के नाम पर मक्का के बीज बेच दिए गए थे, जिससे उनकी पूरी फसल बर्बाद हो गई थी।

मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने इस बात को गंभीरता से लिया कि किस प्रकार बीज माफिया, किसानों की अनभिज्ञता का फायदा उठाकर उनके साथ धोखा कर रहा है। उन्होंने कहा कि बीज को आकर्षक बनाने के लिए रसायन का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे किसान भ्रमित होकर महंगे बीज खरीद लेता है। यह सिर्फ आर्थिक नुकसान नहीं, बल्कि एक किसान के पूरे साल की मेहनत पर पानी फेरने जैसा है।

सख्त कार्रवाई के निर्देश

इस भंडाफोड़ के बाद, कृषि मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से नकली बीज और खाद के कारोबार में शामिल सभी व्यक्तियों और कंपनियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने वालों के लाइसेंस रद्द किए जाएंगे और उन पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि बाजार में केवल प्रमाणित और उच्च गुणवत्ता वाले बीज ही उपलब्ध हों, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचाया जा सके।

यह छापेमारी न केवल श्रीगंगानगर के किसानों के लिए न्याय की उम्मीद लेकर आई है, बल्कि इसने पूरे राज्य में नकली कृषि उत्पादों के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी भेजा है। मंत्री मीणा की इस पहल को किसानों और कृषि संगठनों ने सराहा है, और उम्मीद जताई है कि सरकार की यह सख्ती भविष्य में भी जारी रहेगी। यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि राज्य सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और कृषि क्षेत्र में पारदर्शिता सुनिश्चित करना चाहती है। (शब्द संख्या: 489)

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️