
मुंबई। साउथ सिनेमा के सुपरस्टार ऋषभ शेट्टी द्वारा निर्देशित और अभिनीत फिल्म ‘कांतारा चैप्टर 1’ ने बॉक्स ऑफिस पर एक बार फिर अपने ऐतिहासिक प्रदर्शन से पूरे देश को चौंका दिया है। रिलीज के 10वें दिन भी इस फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर धमाल जारी है, और यह जल्द ही ₹400 करोड़ के जादुई आंकड़े को छूने वाली है।
ट्रेड एनालिस्ट्स के अनुसार, ‘कांतारा चैप्टर 1’ की कमाई की रफ्तार किसी तूफान से कम नहीं है। फिल्म ने अपनी अनोखी और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध कहानी के दम पर दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई है। यह फिल्म न केवल दक्षिण भारत में, बल्कि हिंदी भाषी क्षेत्रों सहित पूरे भारत में रिकॉर्ड तोड़ कलेक्शन कर रही है, जिसने साबित कर दिया है कि एक अच्छी कहानी को भाषा की सीमाओं में बांधा नहीं जा सकता।
वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड कायम
फिल्म का जलवा सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है। विश्व स्तर पर (वर्ल्डवाइड) भी ‘कांतारा चैप्टर 1’ ने कई बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों को पीछे छोड़ दिया है। ओवरसीज मार्केट में भी फिल्म को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है, जिससे इसका ग्लोबल कलेक्शन तेजी से ₹400 करोड़ की ओर बढ़ रहा है। फिल्म की सफलता इस बात का प्रमाण है कि क्षेत्रीय सिनेमा की कहानियाँ अब वैश्विक दर्शकों को आकर्षित कर रही हैं।
सफलता का रहस्य: कहानी और अभिनय
‘कांतारा चैप्टर 1’ की अभूतपूर्व सफलता का मुख्य कारण इसकी अद्वितीय कहानी और ऋषभ शेट्टी का दमदार अभिनय है। फिल्म कर्नाटक की लोक-संस्कृति और लोक-कथाओं पर आधारित है, जिसे ऋषभ शेट्टी ने अपने शानदार निर्देशन और लेखन से पर्दे पर उतारा है।
- निर्देशन: ऋषभ शेट्टी का निर्देशन इतना सहज और प्रभावशाली है कि यह दर्शकों को कहानी के साथ भावनात्मक रूप से जोड़ देता है।
- अभिनय: फिल्म में ऋषभ शेट्टी का अभिनय करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन माना जा रहा है। उनके किरदार की तीव्रता और ऊर्जा ने दर्शकों को स्तब्ध कर दिया है।
दर्शकों और क्रिटिक्स दोनों ने फिल्म को 5 में से 5 स्टार दिए हैं, जिससे यह साल की सबसे चर्चित और सफल फिल्मों में से एक बन गई है। यह फिल्म न केवल एक मनोरंजक कृति है, बल्कि एक सांस्कृतिक घटना भी बन गई है।
आगे की राह: नई ऊंचाइयों पर नजर
जिस रफ्तार से फिल्म कमाई कर रही है, उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि ‘कांतारा चैप्टर 1’ जल्द ही ₹400 करोड़ का आंकड़ा पार करके ₹500 करोड़ के क्लब में शामिल होने की क्षमता रखती है। यह न सिर्फ ऋषभ शेट्टी के लिए, बल्कि पूरे भारतीय सिनेमा के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। इस फिल्म ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि बॉक्स ऑफिस पर बड़ा कलेक्शन करने के लिए भारी-भरकम बजट की नहीं, बल्कि एक दमदार और सच्ची कहानी की जरूरत होती है।