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विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप: नवदीप सिंह ने जीता रजत, भारत ने रचा नया कीर्तिमान 🏅🇮🇳

पैरा स्पोर्ट्स। भारतीय पैरा एथलीटों ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपने असाधारण प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करना जारी रखा है। हाल ही में, भाला फेंक (Javelin Throw) स्पर्धा में भारत के प्रतिभाशाली एथलीट नवदीप सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश के लिए रजत पदक (Silver Medal) हासिल किया। नवदीप की यह उपलब्धि उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है, जिसने विश्व स्तर पर एक बार फिर भारतीय पैरा स्पोर्ट्स की ताकत को दर्शाया है।

 

नवदीप का दमदार प्रदर्शन

 

नवदीप सिंह ने अपनी स्पर्धा के दौरान एक के बाद एक बेहतरीन थ्रो किए और अंततः एक ऐसा थ्रो दर्ज किया जिसने उन्हें पोडियम पर दूसरा स्थान दिलाया। उनका यह प्रदर्शन न केवल एक व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि यह उन सभी पैरा एथलीटों के लिए एक प्रेरणा है जो शारीरिक चुनौतियों के बावजूद अपने सपनों को पूरा करने का साहस रखते हैं। नवदीप की उपलब्धि ने चैंपियनशिप में भारत के पदकों की संख्या में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

 

भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन: 22 पदकों का रिकॉर्ड

 

नवदीप सिंह की इस सफलता के साथ ही, विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने अब तक कुल 22 पदक जीतकर एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड कायम किया है। यह किसी भी विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (Best Performance) है। इन 22 पदकों में केवल रजत या कांस्य ही नहीं, बल्कि कई स्वर्ण पदक (Gold Medals) भी शामिल हैं, जो यह स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि भारतीय दल अपने प्रदर्शन में लगातार सुधार कर रहा है।

यह रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन दर्शाता है कि भारत में पैरा एथलीटों (Para Athletes) को मिल रहा समर्थन और प्रशिक्षण सही दिशा में जा रहा है। अलग-अलग स्पर्धाओं में भारतीय खिलाड़ियों की जीत ने साबित किया है कि वे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर नए कीर्तिमान (New Records) स्थापित करने में पूरी तरह सक्षम हैं। चाहे वह ट्रैक इवेंट हो, फील्ड इवेंट हो या शूटिंग, भारतीय दल हर जगह अपनी छाप छोड़ रहा है।

 

उत्साह और उम्मीदों का माहौल

 

इन पैरा एथलीटों का प्रदर्शन पूरे देश के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत है। यह जीत उन लोगों की रूढ़िवादी सोच को भी तोड़ती है जो शारीरिक बाधाओं को कमजोरी समझते हैं। भारतीय पैरा एथलीटों ने अपने दृढ़ संकल्प, साहस और इच्छाशक्ति से साबित कर दिया है कि वे किसी से कम नहीं हैं।

इस रिकॉर्ड-ब्रेकिंग प्रदर्शन के बाद, अब सभी की निगाहें आने वाले पैरालंपिक खेलों पर टिकी हैं, जहाँ भारतीय दल से और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।

©️ श्री गंगानगर न्यूज़ ©️