
1. टीबी मुक्त भारत अभियान: 2025 तक टीबी को खत्म करने का लक्ष्य
भारत सरकार ने 2025 तक भारत को टीबी (तपेदिक) मुक्त बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी अभियान चलाया हुआ है। इस अभियान के तहत, टीबी के मामलों की पहचान, उनका इलाज और मरीजों को अतिरिक्त पोषण सहायता प्रदान करने पर जोर दिया जा रहा है। ‘नि-क्षय मित्र’ पहल के तहत, कोई भी व्यक्ति या संस्था टीबी मरीज को गोद लेकर उसके इलाज और पोषण में मदद कर सकती है। सरकार का लक्ष्य है कि सामुदायिक भागीदारी और जागरूकता बढ़ाकर इस बीमारी का पूरी तरह से सफाया किया जाए।
2. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन: अब हर नागरिक का स्वास्थ्य रिकॉर्ड होगा ऑनलाइन
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक क्रांति ला रहा है। इस मिशन का उद्देश्य देश के हर नागरिक के लिए एक डिजिटल हेल्थ आईडी (ABHA) बनाना है, जिसमें उनके सभी स्वास्थ्य रिकॉर्ड, डॉक्टर के पर्चे और जांच रिपोर्ट सुरक्षित रूप से स्टोर होंगी। इससे मरीजों को इलाज के लिए बार-बार दस्तावेज ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और डॉक्टर भी उनका पूरा मेडिकल इतिहास आसानी से देख सकेंगे। यह मिशन स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुलभ और कुशल बनाने में मदद करेगा।
3. पंजाब सरकार की नई स्वास्थ्य बीमा योजना: 10 लाख तक मुफ्त इलाज
पंजाब सरकार ने अपने राज्य के नागरिकों के लिए एक नई स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, सभी नागरिकों को ₹10 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। योजना के पहले चरण में बरनाला और तरनतारन जिलों में पंजीकरण शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे इस योजना का लाभ उठाने के लिए पंजीकरण शिविरों में भाग लें। यह योजना राज्य के हर नागरिक को बेहतर और मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
4. स्वच्छता ही सेवा अभियान: सरकारी कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर
भारत सरकार के विधि एवं न्याय मंत्रालय ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत अपने कर्मचारियों के लिए एक स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया। इस शिविर का उद्देश्य अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच स्वस्थ जीवनशैली और नियमित स्वास्थ्य जांच के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। मैक्स अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा किए गए इस शिविर में 126 से अधिक कर्मचारियों ने भाग लिया। यह पहल सरकारी विभागों में स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
5. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने किया ‘वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन-2025’ के लोगो का अनावरण
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने हाल ही में ‘वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन-2025’ के लोगो और ब्रोशर का अनावरण किया। यह शिखर सम्मेलन पारंपरिक भारतीय आहार को बढ़ावा देने और मोटापे तथा जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से लड़ने पर ध्यान केंद्रित करेगा। इस आयोजन में दुनिया भर के नियामक, वैज्ञानिक और नीति निर्माता मिलकर सुरक्षित और स्वस्थ खाद्य प्रणालियों पर चर्चा करेंगे।
6. स्वस्थ नाश्ते पर जागरूकता अभियान: स्वास्थ्य मंत्रालय की नई पहल
स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को स्वस्थ नाश्ते के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए एक अभियान शुरू किया है। इस पहल का उद्देश्य लोकप्रिय भारतीय स्नैक्स में मौजूद अधिक चीनी, वसा और तेल के नुकसान के बारे में बताना है। यह अभियान लोगों को बेहतर खान-पान के विकल्प चुनने और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों को कम करने के लिए प्रेरित करेगा। यह पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर एम्स नागपुर से शुरू किया गया है और जल्द ही इसे अन्य शहरों में भी फैलाया जाएगा।
7. मानसिक स्वास्थ्य: काम के बोझ से जूझ रहे पेशेवरों के लिए विशेष हेल्पलाइन
तेजी से बदलते कामकाजी माहौल में मानसिक स्वास्थ्य एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। इस समस्या से निपटने के लिए, सरकार ने काम के बोझ और तनाव से जूझ रहे पेशेवरों के लिए एक विशेष हेल्पलाइन सेवा शुरू की है। इस सेवा में प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक 24×7 उपलब्ध रहेंगे, जो मुफ्त और गोपनीय परामर्श प्रदान करेंगे।
8. महिलाओं के स्वास्थ्य पर ध्यान: गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के लिए मुफ्त जांच
सरकार ने महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की जांच के लिए एक राष्ट्रव्यापी मुफ्त अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं ताकि इस बीमारी का शुरुआती चरण में ही पता लगाया जा सके। यह कदम महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और इस जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए उठाया गया है।
9. डेंगू और मलेरिया के मामलों में वृद्धि: स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर
मानसून के बाद दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में डेंगू और मलेरिया के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने इसे देखते हुए अलर्ट जारी किया है। लोगों से अपील की गई है कि वे अपने घरों और आसपास पानी जमा न होने दें और मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए आवश्यक उपाय करें।
10. बच्चों में बढ़ते मोटापे पर चिंता, पोषण पर जोर
हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार, बच्चों में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है, जो भविष्य में कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने माता-पिता से बच्चों के पोषण पर ध्यान देने और उन्हें जंक फूड से दूर रखने की सलाह दी है। इसके अलावा, उन्हें शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।